प्रधानमंत्री की इस जनसभा में 180 मीटर दूर से ही मोदी को देख पाएगी आम जनता
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को जलपाईगुड़ी के मयनागुड़ी अंतर्गत चूड़ाभंडार इलाके में जनसभा करेंगे। शुक्रवार विशेष विमान से सिलीगुड़ी के निकट बागडोगरा एयरपोर्ट के एयरफोर्स जोन में उतरेंगे।
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जलपाईगुड़ी के मयनागुड़ी अंतर्गत चूड़ाभंडार इलाके में जनसभा करेंगे। मिली जानकारी के अनुसार वह शुक्रवार दोपहर अपने विशेष विमान से सिलीगुड़ी के निकट बागडोगरा एयरपोर्ट के एयरफोर्स जोन में उतरेंगे। वहां से हेलिकॉप्टर द्वारा मयनागुड़ी में सभास्थल पर जाएंगे।
पीएम की सभा के लिए 96 बीघा जमीन को सभास्थल के रूप में परिणत किया गया है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। सभास्थल की निगरानी के लिए 250 सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए हैं।
मूल सभा मंच 40 फूट लंबा व 24 फूट चौड़ा बनाया गया है। इसके पास ही अन्य वीवीआईपी के बैठने हेतु अलग से 30 फूट चौड़े व 20 फूट लंबे एक और मंच की व्यवस्था की गई है। पीएम मोदी एक मंच से सरकारी व अन्य एक मंच से राजनीतिक सभा करेंगे। पहले सरकारी सभा होगी उसके बाद वह राजनीतिक सभा में बदल जाएगी।
मंच के सामने 60 मीटर क्षेत्र "डी जोन" होगा। इसमें पीएम व स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) के अलावा अन्य का प्रवेश वर्जित होगा। इस सीमा तक पहला बैरिकेड होगा। उसके बाद 120 मीटर क्षेत्र दूसरे बैरिकेड से घिरा रहेगा। यह क्षेत्र "वीआईपी ब्लॉक" होगा। एक के बाद एक पांच स्तर पर शारीरिक सुरक्षा जांच से गुजरने के बाद ही वीआईपी "वीआईपी ब्लॉक" में प्रवेश कर अपनी जगह पर बैठ पाएंगे। इसके बाद छह ब्लाॅक में उत्तर बंगाल से आए आम दलीय कार्यकर्ता व समर्थक बैठेंगे।
सभास्थल से मात्र 140 मीटर दूर तीन हेलीपैड की व्यवस्था की गई है। पीएम मोदी यहीं उतर कर सभा मंच पर जाएंगे और सभा के बाद यहीं से हेलिकॉप्टर द्वारा बागडोगरा एयरपोर्ट जाएंगे और वहां से अपने विशेष विमान से दिल्ली की उड़ान भरेंगे। इसके लिए हेलिकॉप्टर का ट्रायल रन भी किया गया है।
पीएम मोदी की सभा को लेकर स्थानीय जिला पुलिस व एसपीजी सभास्थल पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर उसके अनुरूप समस्त तैयारियों का जायजा लेते रहने को मुस्तैद है।
उल्लेखनीय है कि जलपाईगुड़ी की सरजमीन पर कदम रखने वाले पीएम मोदी भारत के तीसरे प्रधानमंत्री हैं। इससे पूर्व इंदिरा गांधी व राजीव गांधी प्रधानमंत्री रहते यहां आए थे।