उत्तर बंगाल के विकास में यहा के चाय बागानों की अहम भूमिका-राय
-सिलीगुडी टी ऑक्शन कमिटी की वार्षिक सभा आयोजित -15 सदस्यीय नई कमिटी का भी हुआ गठन ज
-सिलीगुडी टी ऑक्शन कमिटी की वार्षिक सभा आयोजित
-15 सदस्यीय नई कमिटी का भी हुआ गठन
जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी:
उत्तर बंगाल के आर्थिक विकास में यहा के चाय बागानों की अहम भूमिका है। केंद्र सरकार का हमेशा यह प्रयास रहा है कि यहा का चाय उद्योग और भी विकास करे। इसके लिए टी बोर्ड के माध्यम से चाय बागानों के लिए तरह-तरह की योजनाएं लागू करने पर विचार किया जा रहा है। यह बातें इंडियन टी बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन अरुण कुमार राय ने कही। वह सिलीगुड़ी टी ऑक्शन कमिटी की वार्षिक सभा को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले पूर्वोत्तर भारत के सबसे बड़ा चाय नीलाम केंद्र सिलीगुड़ी टी ऑक्शन कमिटी के 43 वें वार्षिक सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर इंडियन टी बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन आईपीएस अरुण कुमार राय विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे। उन्होंने और भी विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। इसके अलावा सिलीगुड़ी टी ऑक्शन कमिटी के चेयरमैन अजय गर्ग, पूर्व चेयरमैन बीएल नाहटा भी इस मौके पर थे। इस वार्षिक सभा में उत्तर बंगाल के चाय उद्योग के साथ ही सिलीगुड़ी टी ऑक्शन कमेटी की विभिन्न समस्याओं पर बहुत विस्तार से विचार विमर्श किया गया। वार्षिक सभा के दौरान टी ऑक्शन कमेटी के सदस्यों को विभिन्न वर्गो में सम्मानित भी किया गया। सिलीगुड़ी टी ऑक्शन कमेटी में कुल सदस्यों की संख्या 1030 है। आर्थिक वर्ष 2018 में यहा पर 133 मिलियन किलो चाय बेची गई और चलती आर्थिक वर्ष में अप्रैल से जुलाई तक 42 मिलियन केजी चाय बेची जा चुकी है। सिलीगुड़ी टी ऑक्शन कमेटी के चेयरमैन अजय गर्ग ने बताया कि उत्तर बंगाल में 280 चाय बागान हैं। इन चाय बागानों में उत्पादित चाय को सिलीगुड़ी टी ऑक्शन कमेटी के माध्यम से बेचा जाता है। वार्षिक सभा के दौरान सिलीगुड़ टी ऑक्शन कमेटी के नई कमेटी का चुनाव किया गया। चुनाव के माध्यम से कुल 15 सदस्यों की कमिटी बनी है। वार्षिक सभा के दौरान सदस्यों को उनके बेहतरीन कार्य के लिए सम्मानित किया गया।