पीएम नरेंद्र मोदी से उत्तर बंगाल के चाय श्रमिकों को हैं ढेरों उम्मीदें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जलपाईगुड़ी जिले के मैनागु़ड़ी में जनसभा को संबोधित करेंगे। यह इलाका चाय बागानों वाला है। लिहाजा उनसे चाय श्रमिक उम्मीदें भी पाले हुए हैं।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 10:14 AM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 10:14 AM (IST)
नागराकाटा [संवादसूत्र]। आज शुक्रवार को जलपाईगुड़ी जिले के मयनागुड़ी में जनसभा को संबोधित करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चाय श्रमिकों को ढेरों उम्मीदें हैं। उनको भरोसा है कि व बदहाल चाय उद्योग को संजीवनी देने के लिए कुछ घोषणा जरूर करेंगे।
बता दें कि गत विधानसभा चुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी वीरपाड़ा में सभा करने आए थे। उस दौरान बहुत से वादे किए गए थे। लोगों को आश्वासन भी दिया गया था, जिनकी काफी दिनों तक चर्चाएं होती रहीं। एक बार करीब तीन साल बाद लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मयनागुड़ी के चूड़ाभंडार में सभा करने वाले हैं। एक बार डुवार्स के लोगों को प्रधानमंत्री से उम्मीद है। प्रधानमंत्री सभा से क्या संदेश देते हैं या बागान के लोगों के लिए क्या सहायता करते हैं, इसी पर सबकी नजर है।
दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस समर्थित श्रमिक संगठन के नेता बबलू मुखर्जी ने पीएम मोदी को तीन साल पहले किए गए वादों को याद करने के लिए कहा। चाय बागान खोलने का वादा करने के बाद भी केंद्र सरकार की ओर से एक भी बागान नहीं खुलवाया गया। केवल झूठे आश्वासन के अलावा श्रमिकों को कुछ नहीं मिला।
वहीं ज्वाइंट फोरम के संयोजक जियाउल आलम ने कहा कि न्यूनतम मजदूरी को लेकर केंद्र सरकार बहुत कुछ कर सकती है, लेकिन भाजपा की सरकार ने श्रमिकों को धोखा देने के अलावा कुछ नहीं किया है। मोदी सरकार सिर्फ चुनाव से पहले राजनीतिक फायदा लेने के लिए मयनागुड़ी में आ रही है।
आदिवासी विकास परिषद समर्थित श्रमिक संगठन प्राग्रेसिव टी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष तेज कुमार टोप्पो ने कहा कि चाय श्रमिकों को जमीन का पट्टा दिलाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से पहल करनी चाहिए। इसके अलावा श्रमिकों के मकान को लेकर भी सरकार को सोचना चाहिए। भाजपा समर्थित चाय श्रमिक संगठन भारतीय टी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष जान बारला ने कहा कि चाय बागान व श्रमिकों को लेकर केंद्र सरकार की ओर से काफी काम किया गया है। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना का लाभ भी श्रमिकों को मिलेगा। लेकिन इसे राज्य सरकार रोकने का प्रयास कर रही है। मयनागुड़ी की सभा में भी प्रधानमंत्री मोदी श्रमिकों को जरूर कुछ उपहार देंगे। जल्द ही केंद्र वाणिज्य व विकास मंत्री चाय बागान का दौरा करेंगे।
बता दें कि गत विधानसभा चुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी वीरपाड़ा में सभा करने आए थे। उस दौरान बहुत से वादे किए गए थे। लोगों को आश्वासन भी दिया गया था, जिनकी काफी दिनों तक चर्चाएं होती रहीं। एक बार करीब तीन साल बाद लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मयनागुड़ी के चूड़ाभंडार में सभा करने वाले हैं। एक बार डुवार्स के लोगों को प्रधानमंत्री से उम्मीद है। प्रधानमंत्री सभा से क्या संदेश देते हैं या बागान के लोगों के लिए क्या सहायता करते हैं, इसी पर सबकी नजर है।
दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस समर्थित श्रमिक संगठन के नेता बबलू मुखर्जी ने पीएम मोदी को तीन साल पहले किए गए वादों को याद करने के लिए कहा। चाय बागान खोलने का वादा करने के बाद भी केंद्र सरकार की ओर से एक भी बागान नहीं खुलवाया गया। केवल झूठे आश्वासन के अलावा श्रमिकों को कुछ नहीं मिला।
वहीं ज्वाइंट फोरम के संयोजक जियाउल आलम ने कहा कि न्यूनतम मजदूरी को लेकर केंद्र सरकार बहुत कुछ कर सकती है, लेकिन भाजपा की सरकार ने श्रमिकों को धोखा देने के अलावा कुछ नहीं किया है। मोदी सरकार सिर्फ चुनाव से पहले राजनीतिक फायदा लेने के लिए मयनागुड़ी में आ रही है।
आदिवासी विकास परिषद समर्थित श्रमिक संगठन प्राग्रेसिव टी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष तेज कुमार टोप्पो ने कहा कि चाय श्रमिकों को जमीन का पट्टा दिलाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से पहल करनी चाहिए। इसके अलावा श्रमिकों के मकान को लेकर भी सरकार को सोचना चाहिए। भाजपा समर्थित चाय श्रमिक संगठन भारतीय टी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष जान बारला ने कहा कि चाय बागान व श्रमिकों को लेकर केंद्र सरकार की ओर से काफी काम किया गया है। आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना का लाभ भी श्रमिकों को मिलेगा। लेकिन इसे राज्य सरकार रोकने का प्रयास कर रही है। मयनागुड़ी की सभा में भी प्रधानमंत्री मोदी श्रमिकों को जरूर कुछ उपहार देंगे। जल्द ही केंद्र वाणिज्य व विकास मंत्री चाय बागान का दौरा करेंगे।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें