असम में एनआरसी ड्यूटी में तैनात मिजोरम निवासी एसएसबी जवान की मौत
असम के हॉफलांग में एनआरसी ड्यूटी में तैनात एसएसबी आठवीं वाहिनी खपरैल के आरक्षी ( सामान्य ड्यूटी) लालदीन पुइया की मौत बीते रविवार को हो गई।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Tue, 12 Feb 2019 11:16 AM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 11:16 AM (IST)
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। असम के हॉफलांग में एनआरसी ड्यूटी में तैनात एसएसबी आठवीं वाहिनी खपरैल के आरक्षी ( सामान्य ड्यूटी) लालदीन पुइया की मौत बीते रविवार को हो गई। वे मिजोरम के रहनेवाले थैे। उनकी मौत की खबर से यहां सिलीगुड़ी में खपरैल स्थित बटालियन में शोक की लहर है।
बताया गया कि मिजोरम के आर्मड वेंग गांव के निवासी लालदीन पुइया की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई। इलाज के दौरान अस्पताल में उनकी मौत हो गई। बताया गया कि असम से उनके पार्थिव शरीर को उनके गृह नगर पहुंचाया गया तथा उनके पारिवारिक सदस्यों की उपस्थिति में पूरे सम्मान के साथ सोमवार को अश्रूपूर्ण विदाई दी गई । उनकी अंतिम विदाई के समय मिजोरम के खेल मंत्री, कृषि मंत्री, विधायक, अन्य गणमान्य व्यक्ति, बीएसएफ की स्थानीय टीम, स्थानीय पुलिस के अधिकारी व जवान उपस्थित थे । सभी लोगों की उपस्थिति में उनके पिता को एसएसबी द्वारा तत्काल सहायता राशि भी प्रदान की गई ।
बताया गया कि आरक्षी लालदीन पुइया ने एसएसबी में 21 सितंबर 2006 को योगदान दिया था। भारत-नेपाल सीमा पर ड्यूटी करते हुए विभिन्न आपरेशनों में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट सेवा प्रदान करते हुए कई नक्सलियों को पकडऩे में अहम भूमिका निभाई थी। वे एक बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी थे।
बताया गया कि मिजोरम के आर्मड वेंग गांव के निवासी लालदीन पुइया की ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई। इलाज के दौरान अस्पताल में उनकी मौत हो गई। बताया गया कि असम से उनके पार्थिव शरीर को उनके गृह नगर पहुंचाया गया तथा उनके पारिवारिक सदस्यों की उपस्थिति में पूरे सम्मान के साथ सोमवार को अश्रूपूर्ण विदाई दी गई । उनकी अंतिम विदाई के समय मिजोरम के खेल मंत्री, कृषि मंत्री, विधायक, अन्य गणमान्य व्यक्ति, बीएसएफ की स्थानीय टीम, स्थानीय पुलिस के अधिकारी व जवान उपस्थित थे । सभी लोगों की उपस्थिति में उनके पिता को एसएसबी द्वारा तत्काल सहायता राशि भी प्रदान की गई ।
बताया गया कि आरक्षी लालदीन पुइया ने एसएसबी में 21 सितंबर 2006 को योगदान दिया था। भारत-नेपाल सीमा पर ड्यूटी करते हुए विभिन्न आपरेशनों में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट सेवा प्रदान करते हुए कई नक्सलियों को पकडऩे में अहम भूमिका निभाई थी। वे एक बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी थे।
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