सतपाल महाराज का मनाया गया जन्मोत्सव
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में मानव धर्म के प्रणेता सतपाल
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : मानव उत्थान सेवा समिति के तत्वावधान में मानव धर्म के प्रणेता सतपालजी महाराज का जन्मोत्सव हंस बेला आश्रम में श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस मौके पर पूज्य महात्मा अखिलेश बाईजी ने कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। उन्होंने कहा कि सतपालजी महाराज बचपन से ही बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उनका जन्म 21 सितंबर, 1951 को कनखल, हरिद्वार में हुआ था। संत महात्माओं का जीवन लोक कल्याण के लिए ही होता है। सतपाल महाराज बिना सुख-दु:ख की परवाह किए अध्यात्म ज्ञान के प्रचार प्रसार में लगे हुए हैं। अज्ञान के अंधकार में भटके लोगों को आत्मज्ञान की राह दिखाते हैं। मानव धर्म की पताका लहराने में उनकी अहम भूमिका है। छोटी सी उम्र में ही वे एकांत में घंटों समय बिताया करते थे। पूज्य महात्मा अकिंता बाईजी ने कहा कि सद्गुरु वे होते हैं जो अपनी अध्यात्मिक शक्ति से हमारी आत्मा को परम प्रकाश का दर्शन हृदय के अंदर कराकर हमारे जीवन को सही दिशा प्रदान कराते हैं। आज महाराज जी संपूर्ण विश्व में जन-जन तक गीता का अमृत ज्ञान बांट रहे हैं। स्वयं सत्य एवं धर्म की राह पर चलते हुए दूसरों को भी इस राह पर चलने की प्रेरणा देते हैं। भगवत कृपा से यह मानव जीवन प्राप्त होता है। इस जीवन को सिर्फ भोग में न गंवाकर सच्चे आत्मज्ञान को प्राप्त करने में लगाना चाहिए। भजन द्वारा अपनी आत्मा को शुद्ध करना चाहिए। महात्मा दीक्षा बाईजी ने कहा कि बिना भक्ति के मानव जीवन पशु समान है। भक्ति हमें जीवन का उद्देश्य बताकर जीने की कला सिखाती है। महात्मा जी राजनीति से जुड़े हुए हैं। अपने अध्यात्म ज्ञान से दूसरे राजनेताओं को भी सच्ची राह दिखा रहे हैं। इस अवसर पर बाल विकास के बच्चों ने नाटक और भजन पेशकर सबका मन मोह लिया। इस मौके पर मौजूद लोगों के बीच जूस का वितरण किया गया।