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रेल कर्मियों ने की सरकार से पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग

रेलवे कर्मचारियों ने सरकार से पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग की है।

By Rajesh PatelEdited By: Published: Wed, 30 Jan 2019 10:10 AM (IST)Updated: Wed, 30 Jan 2019 10:10 AM (IST)
रेल कर्मियों ने की सरकार से पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग
रेल कर्मियों ने की सरकार से पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की मांग

सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। एनएफ रेलवे इम्प्लाइज यूनियन रेलवे कर्मचारियों के हित की लड़ाई लड़ रही है। भारतीय रेलवे में प्रत्यक्ष विदेशी पूंजी निवेश बंद करने, नई पेंशन नीति वापस लेते हुए पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग की गई है। साथ ही सातवें वेतन आयोग की विसंगितयों को दूर करने व रेलवे के निजीकरण के विरोध व रेलवे में आउट सोर्सिंग बंद करने की मांग एनएफ रेलवे, एंपलाइज यूनियन, द्वारा वर्षों से उठाई जा रही है।

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सभा में मौजूद रेलकर्मी।

     ये बातें एनएफ रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के महासचिव मुनींद्र साइकिया ने कहीं हैं। वे एनजेपी आउटडोर स्टेडियम में आयोजित एनएफ रेलवे इम्प्लाइज यूनियन की 101वीं जनरल काउंसिल तथा 166वीं वर्किंग कमेटी की सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार नई पेंशन की नीति लागू करके निजी कंपनियों को पेंशन देने का अधिकार दे रही है। इसे हर हाल में वापस लेते हुए पुरानी पेंशन नीति लागू की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं को लेकर वर्ष 2004 से विभिन्न रेल मंत्रियों से मुलाकात कर उनके समक्ष यह समस्या रखी जा रही है, लेकिन स्थिति जस की तस है।

    नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे के महासचिव डॉ. एम राघवैया ने कहा कि  न्यू पेंशन स्कीम समेत कुछ समस्याओं को लेकर इसी महीने रेलमंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की गई। उन्होंने भी इस समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि रेलवे की 436 कैटेगरी में 13 लाख 16 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। ये प्रत्येक दिन दो करोड़ 36 लाख यात्रियों की यात्रा में सहायक होते हैं। रेलवे में दो करोड़ 80 लाख पद खाली है। ट्रेनों की संख्या बढऩे व नए-नए स्टेशन चालू करने से भी रेलवे कर्मचारियों पर काम का दबाव बढ़ता जा रहा है। 12-12 घंटे काम करने पड़ते हैं। इस दबाव को कम करते हुए रेलवे कर्मचारियों से छह घंटे से ज्यादा काम नहीं लिया जाना चाहिए। सभा में वक्ताओं ने रात में ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने, रेलवे आवासों की मरम्मत समेत अन्य समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ठ कराया। 

    आइएनटीयूसी दार्जिलिंग जिला कमेटी के अध्यक्ष अालोक चक्रवर्ती ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार कर्मचारी व श्रमिक विरोधी नीतियां अपना रही है। एनएफ रेलवे इम्प्लाइज यूनियन केंद्रीय सांगठनिक सचिव परविंदर सिंह ढिल्लन ने सिलीगुड़ी शाखा अंतर्गत रेलवे की विभिन्न समस्याओं का मुद्दा उठाया। इस मौके एनएफ रेलवे इम्प्लइज यूनियन के संयुक्त महासचिव पार्थ भौमिक, एनएफ रेलवे इम्प्लाइज यूनियन सिलीगुड़ी जंक्शन शाखा के अध्यक्ष प्रदीप गजमेर, सचिव विकास कुमार सिंह, संयुक्त सचिव तनुज कुमार दे, एनएफ रेलवे इम्प्लाइज यूनियन एनजेपी शाखा-एक के सचिव भाष्कर, एनजेपी शाखा दो के सचिव रंजय चंद समेत अन्य लोग उपस्थित थे।  


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