प्रधनमंत्री ने किया इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन का उद्घाटन
- कटिहार से एनजेपी के लिए रवाना हुई बिजली इंजन युक्त ट्रेन जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी एनएफ र
- कटिहार से एनजेपी के लिए रवाना हुई बिजली इंजन युक्त ट्रेन
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एनएफ रेलवे अंतर्गत कटिहार से एनजेपी तक तैयार इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन का उद्घाटन शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली से किया। इस दौरान कटिहार से इलेक्ट्रिक इंजन युक्त ट्रेन भी एनजेपी के लिए रवाना हुई।
एनएफ रेलवे द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन कार्य पहले ही पूरा हो चुका था। इसका ट्रायल रन सफल होने के बाद इस वर्ष शुरू में ही विद्युत रेल इंजन के जरिए कुछ ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया था। कोरोना वायरस महामारी के चलते हुए इसका औपचारिक उद्घाटन नहीं हो सका था। शुक्रवार को बिहार के कोशी ब्रिज के उद्घाटन के मौके पर इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन का उद्घाटन किया गया।
पिछले साल ही हुआ था सफल ट्रायल रन
उल्लेखनीय है कि कटिहार-एनजेपी इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर पिछले वर्ष नवंबर में इलेक्ट्रिक इंजन के सफल ट्रायल रन तथा 24 दिसंबर चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी एसके पाठक के निरीक्षण के बाद इलेक्ट्रिक इंजन के रेल सेवा शुरू होने का रास्ता साफ हुआ था। बताया गया कि वर्तमान में पूर्वोत्तर क्षेत्र से यात्रा करने वाली अनेक प्रतिष्ठित एवं लंबी दूरी की डीजल इंजन परिचालित ट्रेनें कटिहार एवं मालदा टाउन स्टेशनों पर विद्युत द्वारा प्रतिस्थापित की जाती है। विद्युत संचालित यात्री वाही ट्रेनें कटिहार-कुमेदपुर-ओल्ड मालदा-मालदा कोर्ट अनुभाग में आवागमन करती है।
संपूर्ण विद्युतीकरण का होगा काम
नागरिक उड्यन मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न मानदंडों की जाच के लिए हाल ही में गुंजरिया-न्यू जलपाईगुड़ी अनुभाग (160 किमी) का निरीक्षण किया। इस हिस्से के लिए लगभग 165.68 करोड़ रुपये की लागत आयी थी। वर्ष 2017-18 की बजट में एनएफ रेलवे अंतर्गत ब्राच लाइनों के साथ ट्रैक के सम्पूर्ण हिस्से के लिए 100 प्रतिशत विद्युतीकरण कार्य का अनुमोदन किया गया था। एनएफ रेलवे में सम्पूर्ण विद्युतीकरण कार्य की कुल लागत 2,542.62 करोड़ रुपये के लगभग होगी। विद्युत रेल इंजन संचालित ट्रेनों के शुरू होने से एनएफ रेलवे का भारत के शेष हिस्से से सम्पर्क और बेहतर होगा। इसके साथ ही पर्यावरण में भी सुधार होगा।