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जेल की सुरक्षा पर सवाल

कोलकाता की एक महत्वपूर्ण अलीपुर सेंट्रल जेल में अपराधियों को अवैध चीजें उपलब्ध करानेवाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश होने से जेल सुरक्षा की पोल खुल गई है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 11 Jun 2018 10:29 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jun 2018 04:32 PM (IST)
जेल की सुरक्षा पर सवाल
जेल की सुरक्षा पर सवाल

कोलकाता, जेएनएन। जेल को सुधार गृह भी कहा जाता है। यहां कैदियों को खुद को सुधारने का मौका भी मिलता है। लेकिन यह तभी संभव जब जेल में कैदियों को सुधारने का सख्त इंतजाम हो और उन्हें वहां कुछ हद तक मानवीयता का पाठ भी पढ़ाया जाए। लेकिन सुरक्षा खामियों की वजह से जेल में अपराधियों को वह सारी अवैध चीजें मिलती रहे जो उसे अपराध की दुनिया में रहने से मिलती है तो ऐसे में उनमें किसी तरह की सुधार की गुंजाइश नहीं हो सकती।

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कोलकाता की एक महत्वपूर्ण अलीपुर सेंट्रल जेल में अपराधियों को अवैध चीजें उपलब्ध करानेवाले एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश होने से जेल सुरक्षा की पोल खुल गई है।

आश्चर्य की बात तो यह है कि कैदियों तक मोबाइल, शराब, ड्रग्स, ब्लेड, रुपये आदि पहुंचाने का काम जेल परिसर में काम करनेवाला एक डॉक्टर के मार्फत ही होता था। पुख्ता जानकारी मिलने के बाद अमिताभ चौधरी नामक जेल के डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस ने गिरफ्तार डॉक्टर के पास से 35 मोबाइल फोन, 28 चार्जर, चार लीटर शराब, तीन किलो गांजा और हीटर क्वाइल के अलावा 1.40 लाख रुपये जब्त किए है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि अमिताभ के जेल के सुरक्षाकर्मियों से अच्छे संबंध थे। सुरक्षा कर्मियों को विश्वास में लेकर डॉक्टर कैदियों के पास ये सारी चीजें पहुंचाता था।

बदले में वह कैदियों से मोटी रकम वसूलता था। कुछ कैदी जेल से ही फोन के जरिए वसूली करते थे। डाक्टर कैदियों के जेल से वसूली के धंधे में भी उनकी मदद करता था। अमिताभ के साथ कैदियों तक मादक पदार्थ व अन्य अवैध चीजों के पहुंचाने और उनके द्वारा फोन से वसूली के धंधे में मदद करनेवाला एक संगठित गिरोह के सक्रिय होने के सुराग मिले हैं।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जेल प्रबंधन ने मामले की जांच के लिए विशेष कमेटी गठित की है। इससे पहले इसी जेल से तीन कुख्यात कैदियों के फरार होने के बाद तलाशी के दौरान भारी संख्या में मोबाइल फोन, गांजा व अन्य प्रतिबंधित चीजें जब्त हुई थीं। समय समय पर राज्य के विभिन्न जेलों से कैदियों के फरार होने से लेकर उन तक अवैध जीचें पहुंचने की खबरें आती रहती है। इसी से राज्य के जेलों में लचर सुरक्षा व्यवस्था का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। 


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