नाटक में छलका बंटवारे का दर्द
-बांग्लादेश के छात्रों ने किया रणागणेर गोइंदा (युद्ध क्षेत्र का जासूस) नाटक का प्रदर्शन - भाषा दिव
-बांग्लादेश के छात्रों ने किया रणागणेर गोइंदा (युद्ध क्षेत्र का जासूस) नाटक का प्रदर्शन
- भाषा दिवस के अवसर पर वार्ड नंबर 25 में कार्यक्रम का आयोजन
संवाद सूत्र, सिलीगुड़ी : भारत-बांग्लादेश मैत्री को सुदृढ़ बनाने एवं सांस्कृतिक एकता विस्तार को लेकर शहर के वार्ड नंबर 25 में बांग्लादेश के 16 छात्रों ने गुरुवार शाम को नाटक का मंचन किया। नाटक के माध्यम से इन छात्रों ने वर्ष 1971 में पाकिस्तान से बांग्लादेश की मुक्ति के दौरान हुए युद्ध एवं बंटवारे के दर्द को बड़े ही मार्मिक अंदाज में प्रस्तुत किया। ये सभी छात्र ग्लोबल थिएटर फेस्टिवल कटक के आमंत्रण पर भारत की यात्रा पर आए थे। पंचगढ़ बांग्लादेश के विद्रोही शिशु किशोर थिएटर के सभी छात्र सिलीगुड़ी में मातृकन्या नाट्य योजना के निर्देशक दीपोज्ज्वल चौधरी के आग्रह पर वार्ड नंबर 25 में नाटक का मंचन किया। 25 नंबर वार्ड कमेटी एवं नवउद्यम कल्चरल एजुकेशनल एंड हेल्थ सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में काफी संख्या में स्थानीय लोगों ने नाटक को देखा। स्थानीय पार्षद सीमा साहा ने कहा कि भाषा दिवस के अवसर पर आयोजित यह कार्यक्रम भारत बांग्लादेश मैत्री एवं सास्कृतिक एकता को सुदृढ़ करेगा। कार्यक्रम की सफलता के लिए जयंत साहा, मनोज सरकार, मोमिता आचार्य जी, सुकन्या साहा, सोमा साहा, विजया बोस, वंदना दास, सोनाई विश्वास, आदि सक्रिय रहे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में तन्मय सरकार, ईसानमिता आचार्य जी, सुकन्या साहा, आरती दास एवं तापस चक्रवर्ती का सहयोग रहा।