पोईला बैसाख 15 को, सिलीगुड़ी में जमकर की जा रही है खरीदारी
बंगाली समुदाय द्वारा पोईला बैसाख 15 अप्रैल को मनाया जाएगा जिसे बांग्ला नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर को लेकर बंगाली समुदाय के लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। श्रद्धालु पूजा की तैयारी में व्यस्त नजर आ रहे है।
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। बंगाली समुदाय द्वारा पोईला बैसाख 15 अप्रैल को मनाया जाएगा, जिसे बांग्ला नव वर्ष के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर को लेकर बंगाली समुदाय के लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। श्रद्धालु पूजा की तैयारी में व्यस्त नजर आ रहे है। कई दुकानदार अपनी दुकानों की सफाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके अलावा इस मौके पर लक्ष्मी-गणेश जी का पूजन विशेष तौर पर किया जाता है। ऐसे में शहर का बाजार श्रीगणेश और लक्ष्मी जी की मूर्तियों से सजा हुआ नजर आ रहा है। जहां पर श्रद्धालु इन मूर्तियों को खरीदते देते देखे जा रहे हैं।
श्रद्धालुओं का का कहना है कि वे घरों में पूजा इत्यादि तो करेंगे ही साथ में बही खातों का पूजन भी किया जाएगा। इसलिए गणेश लक्ष्मी की मूर्तियों को खरीद रहे हैं। वही मूर्तिकारों का कहना है कि अवसर को देखते हुए छोटी-छोटी मूर्तियां बनाई गई हैं। इसके साथ ही कृष्णा नगर से भी मूर्तियां मंगाई गई है। इन मूर्तियों की कलाकारी देखते ही बनती है। इन्हें ग्राहकों के द्वारा बेहद पसंद किया जाता है। इसके अलावा जमकर कपड़े गहने और अन्य सामग्रियों की बिक्री जोरों पर है।
बंगाली समुदाय द्वारा पोईला वैशाख के अवसर पर नए नए कपड़े पहनकर पूजा अर्चना की जाती है । आज भी इस परंपरा को बखूबी निभाया जाता है। ऐसे में इस समुदाय के लोग खरीदारी में जुटे हुए हैं। बाजार में चारों ओर रौनक नजर आ रही है। शाम के समय तो बाजार गुलजार हो उठता है। जहां पर महिलाएं पुरुष और बच्चों को खरीदारी करते देखा जा सकता है। दुकानदारों का कहना है कि इस समय पल भर के लिए फुर्सत नहीं मिल रही है। कोरोना महामारी की वजह से पिछले दो वर्ष से बाजार की रौनक फीकी थी । किंतु इस वर्ष कोरोना के घटते मामलों की वजह से बंगाली समुदाय के लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं। वे सिर्फ अपने लिए ही नहीं बल्कि अपने घरों में काम करने वाले स्टाफ इत्यादि के लिए भी खरीदारी कर रहे हैं। दुकानों पर चैत्र सेल के बोर्ड नजर आ रहे हैं। कपड़े गहने सभी पर विशेष छूट दी जा रही है। ऐसे में गहनों की दुकानों पर भी भीड़ नजर आ रही है सोने की कीमत अधिक होने के बावजूद भी खरीदारी की जा रही है।