खुदकशी की कोशिश करनेे वाले को बचाने के बदले लोग वीडियो बनाने लगे
वह अपने गमछा का फंदा बना खुदकशी की कोशिश करने लगा। लोगों की भीड़ लग गई। लोग वीडियो भी बनाने लगे, लेकिन किसी ने मदद करने की कोशिश नहीं की।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। दक्षिण 24 परगना जिले के कैनिंग थानांतर्गत तालदी बस स्टैंड से सटे खिरिशतल्ला मोड़ इलाके में सोमवार को खुदकशी करने जा रहे एक व्यक्ति को सिविक वोलेंटियर की सतर्कता के चलते बचा लिया गया। उसका नाम खोखन हलदर (40) है। वह दक्षिण तालदी इलाके का रहने वाला है। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उसने ऐसी हरकत की। पवित्र हलदर नामक एक सिविक वोलेंटियर ने उसकी जान बचाई।
जानकारी के मुताबिक तालदी निवासी खोखन इस दिन कैनिंग-बारुईपुर रोड़ के पास सिखिरतल्ला में मौजूद 40 फूट के ऊंचे पेड़ पर चढ़ गया था। वह अपने गमछा का ही फंदा बना कर खुदकशी की कोशिश करने लगा। यह देख वहां लोगों की भीड़ लग गई। कुछ लोग खुदकशी का वीडियो भी बनाने लगे, लेकिन किसी ने मदद करने की कोशिश नहीं की। तभी वहां से गुजर रहे पवित्र नामक सिविक वोलेंटियर की नजर उस पर पड़ी। उसने तुरंत चीख कर खोखन को रुकने को कहा। साथ ही कैनिंग थाने को सूचना दी।
पर पुलिस को पहुंचने में देरी होती, इस लिए थाने से किसी भी हालत में व्यक्ति को बचाने का निर्देश मिला। इसके बाद पवित्र जान जोखिम में डाल पेड़ पर चढ़ने लगा। उसे उपर आता देख खुदकशी की कोशिश कर रहे खोखन ने गिराने के लिए चार-पांच लात भी मारा, लेकिन पवित्र हार नहीं माना और काफी मशक्कत के बाद उसे उपर से उतार लिया। तब तक पुलिस भी पहुंच गई।
कारोबार चौपट और बेरोजगारी के चलते चाहता था मरना खोखन ने पुलिस को बताया कि पहले वह पत्थर के कारोबार से जुड़ा था। लेकिन दिमागी बीमारी होने के कारण सारे पैसे खर्च हो गए और कारोबार चौपट हो गया। फिलहाल वह बेरोजगार है। कहीं काम भी नहीं मिल रही है। इसी लिए खुदकशी करना चाहता है। उधर, लोगों की मानें तो खोखन की माली हालत काफी खराब है। पत्नी कोलकाता में दूसरे के घरों में नौकरानी का काम करती है। उसी की कमाई से परिवार का खर्च चल रहा है। इसी कारण खोखन की मानसिक हालत बिगड़ने लगी है।