कई सड़कों पर होगी नो एंट्री,वनवे करने की तैयारी
-कोरोना काल में भी जाम देख चकराए पुलिस अधिकारी -निजी बस स्टैंड को भेजा जाएगा परिवहन नग
-कोरोना काल में भी जाम देख चकराए पुलिस अधिकारी
-निजी बस स्टैंड को भेजा जाएगा परिवहन नगर
-फुटपाथ खाली कराने की भी शुरू हुई तैयारी
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पूर्वोत्तर भारत का प्रवेशद्वार माना जाने वाला सिलीगुड़ी शहर जाम की समस्या से त्रस्त हैं। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिवे में तब्दील करने का निर्णय लिया है। साथ ही सिलीगुड़ी जंक्शन स्थित निजी बस स्टैंड को तत्काल शहर के बाहर माटीगाड़ा स्थित परिवहन नगर में स्थानांतरण करने का भी निर्देश जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त सड़क और फुटपाथ पर अतिक्रमण हटाने के लिए भी पुलिस ने अभियान शुरु कर दिया है।
सड़कों पर जाम शहर की ज्वलंत समस्याओं में से एक है। हालांकि बीते करीब डेढ़ वर्षो से शहर वासियों को जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ रहा है। कोरोना महामारी के कारण स्कूल-कॉलेज बंद होने से निजी स्कूलों की बसों की आवाजाही बंद है। कार्यालय आदि भी फिलहाल पचास प्रतिशत क्षमता के साथ ही चलाया जा रहा है। इसके अलावा बीच-बीच में लाकडाउन के कारण भी जाम से निजात मिल जाती है। लेकिन ऐसा भी नहीं है कि यह समस्या स्थायी रुप से खत्म हो जाएगी।कोरोना से जंग जीतने के बाद फिर से सब-कुछ स्वाभाविक होने की उम्मीद तो सभी को है। उसके बाद फिर से जाम की समस्या विकराल होगी। इसकी शुरूआत तो अभी से ही हो गई है। जैसे-जैसे कोरोना के मामले कम हो रहे हैं,वैसे-वैसे सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बढ़ रही है। जाम की समस्या दिखने भी लगी है। इसी से पुलिस अधिकारियों का सिर चकराया हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि शहर की जनसंख्या के साथ वाहनों की संख्या काफी बढ़ी है। लेकिन वाहनों के अनुपात में शहर की मुख्य सड़कें काफी संकरी हो चली है। सड़कों की संकीर्णता के बाद अवैध पार्किंग और फुटपाथ पर अतिक्रमण जाम की समस्या का मुख्य कारण है। शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए सड़कों पर लगने वाले अवैध पार्किग के खिलाफ सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस की ट्रैफिक विभाग ने अभियान शुरु कर दिया है। शहर की मुख्य सड़क हिलकार्ट रोड, सेवक रोड, विधान रोड आदि को दोनों तरफ सड़क पर गाड़ी की पार्किंग करने वाले मालिकों पर जुर्माना लगाया जा रहा है। वहीं फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त कराने को लेकर भी सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस सिलीगुड़ी नगर निगम प्रशासन के साथ विचार-विमर्श कर रही है। शहर में जाम की समस्या का एक और कारण सिलीगुड़ी जंक्शन स्थित निजी बस स्टैंड भी है। राज्य के विभिन्न इलाकों के साथ पड़ोसी राज्य बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड रुट पर दौड़ने वाली बड़ी-बड़ी बसें दिन से ही गुरुंग बस्ती मोड़ से लेकर सिलीगुड़ी जंक्शन तक सड़क के दोनों तरफ खड़ी रहती है। जिसकी वजह से मल्लागुड़ी से ही गुरुंग बस्ती मोड़ तक जाम की समस्या दिन से लेकर रात दस बजे तक गहराई रहती है। मल्लागुड़ी में निजी बस स्टैंड के निर्माण पर ग्रहण
निजी बस स्टैंड के लिए उत्तर बंगाल विकास मंत्रालय की ओर से मल्लागुड़ी स्थित सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के निकट हिमुल कैटलफील्ड वाली जमीन पर एक बस स्टैंड बनाने की प्रक्रिया शुरु तो हुई थी, लेकिन साफ-सफाई के बाद निर्माण प्रक्रिया अभी तक शुरु नहीं हुई है। इसके बाद भी सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस ने निजी बस स्टैंड को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है।
जाम की समस्या का निवारण करने के लिए सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर गौरव शर्मा ने कई सड़कों की सर्किट को वन-वे में तब्दील करने का निर्णय लिया है। इसके लिए उन्होंने शहर की मुख्य सड़कों का जाएजा भी लिया है। स्वाभाविक दिनों में शहर के सेवक रोड और हिलकार्ट रोड पर जाम की समस्या सबसे अधिक होती है। मुख्य सड़कों पर जाम की समस्या के निवारण के लिए सेवक मोड़ से पानीटंकी मोड़ से होकर विधान रोड होते हुए हाशमी चौक तक जाने वाली सड़क के सर्किट को वन-वे में तब्दील किया जाएगा। इसके अतिरिक्त महात्मा गांधी स्क्वायर (एयरभ्यू मोड़) से चर्च रोड को भी वनवे में तब्दील करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि जंक्शन के निजी बस स्टैंड को शहर से बाहर माटीगाड़ा स्थित परिवहन नगर में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है। -गौरव शर्मा,पुलिस कमिश्नर,सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस