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जंगली हाथी के हमले में एक महिला की मौत, पांच घायल

नेपाल सीमांत सिलीगुड़ी महकमा के नक्सलबाड़ी बाजार में जंगली हाथी ने गुरूवार की आधी रात से शुक्रवार की भोर तक तोताराम जोत और भैसाभीटा में उत्पात मचाया।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 28 Jul 2018 11:01 AM (IST)Updated: Sat, 28 Jul 2018 02:08 PM (IST)
जंगली हाथी के हमले में एक महिला की मौत, पांच घायल
जंगली हाथी के हमले में एक महिला की मौत, पांच घायल

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी । नेपाल सीमांत सिलीगुड़ी महकमा के नक्सलबाड़ी बाजार में जंगली हाथी ने गुरूवार की आधी रात से शुक्रवार की भोर तक तोताराम जोत और भैसाभीटा में उत्पात मचाया। हाथी के हमले में एक महिला की मौत हो गयी है। मृतका का नाम शाकिया खातून है।

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इसके अलावा हाथी के हमले में महिला समेत पांच लोग घायल हुए है। तीन घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया जबकि घायल नेहरा बानू और नाथू लाल कुमार का नक्सलबाड़ी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।

हाथी ने कई घरों में तोड़फोड़ कर काफी सामानों को नुकसान पहुंचाया है। वन विभाग, पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से शुक्रवार की भोर हाथी को जंगल में भेजा गया है। थाना प्रभारी तपन कुमार पाल ने बताया कि मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज लगातार पुलिस सीमावर्ती गांव पर नजर रख रही है। लोगों को शाम के बाद घर से बाहर निकलने के लिए सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। वन विगाभ की टीम भी लगातार घटना के बाद जंगल से जुड़े क्षेत्रों पर नजर रख रही है।

पाल ने बताया कि गुरूवार की रात करीब 1.30 बजे नक्सलबाड़ी बाजार के तोताराम जोत में प्रवेश किया। उसके बाद उत्पात मचाने लगा। शुक्रवार की भोर करीब चार बजे वन विभाग और स्थानीय लोगों की मदद से हाथी को जंगल में भगाया गया।

स्थानीय लोगों मे अभी भी दहशत का माहौल है। स्थानीय युवक अजरुन राय और मोहम्मद शकील का कहना है कि एक हाथी तेजी से गांव में आया और घरों में तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया। जब तक कोई कुछ समझ पाता जबतक हाथी ने शकिना खातून को अपने चपेट में ले लिया। उसके बाद घरों के गिरने और भागने के क्रम में नाथू लाल कुमार और नेहा बानू घायल हो गयी।

संयोग रहा कि हाथी के चपेट में दोनों नहीं आएं। माकपा नेता गौतम घोष का कहना है कि इस क्षेत्र में आए दिन जंगली हाथी नक्सलबाड़ी प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में आकर फसलों को नुकसान पहुंचाता है। पहली बार हुआ कि अब हाथी खेतों को छोड़ बाजार तक पहुंचा है। वन विभाग और राज्य सरकार को जंगली हाथी गांव और बाजार तक नहीं पहुंचे इसका प्रयास करना होगा।


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