बांग्लादेश में पाया गया एक भारतीय शव, पर्यटक या वाहन चालक के होने की संभावना
बांग्लादेश में एक भारतीय शव पाया गया है। शव बीते 10 जुलाई को सेवक पहाड़ से तीस्ता नदी में कार समेत गिरे पर्यटकों में से एक पर्यटक अथवा वाहन चालक का होने की संभावना है
सिलीगुड़ी, इरफान-ए-आजम। भारत के पड़ोसी बांग्लादेश में बीते बुधवार 24 जुलाई की सुबह एक भारतीय शव पाया गया है। वह शव यहां बीते 10 जुलाई को सेवक पहाड़ से तीस्ता नदी में इनोवा कार समेत गिरे पर्यटकों में से एक पर्यटक अथवा वाहन चालक का होने की संभावना व्यक्त की जाती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते मंगलवार 16 जुलाई की रात तीस्ता नदी में भारतीय क्षेत्र से बहता हुआ एक व्यक्ति का शव बांग्लादेश में तीस्ता नदी किनारे रेत पर जा लगा था। शव बांग्लादेश में जिस क्षेत्र में जा लगा वह रंगपुर डिविजन अंतर्गत लालमोनिरहाट जिला के खुनियागच्छ यूनियन इलाके का कालमाटीग्राम है।
वहां के स्थानीय लोगों से सूचना पा कर बुधवार सुबह लालमोनिरहाट सदर थाना की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में ले लिया। लालमोनिरहाट सदर थाना के ऑफिसर इंचार्ज महफूज आलम ने बांग्लादेशी मीडिया को बताया है कि कालमाटीग्राम के स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार उक्त शव भारतीय क्षेत्र से तीस्ता नदी में बहता हुआ बांग्लादेशी क्षेत्र में आया।
शव की अवस्था ऐसी है कि चेहरे से उसकी पहचान कर पाना संभव नहीं है। अभी शव का पोस्टमॉर्टम नहीं किया गया है। शव को फिलहाल लालमोनिरहाट सदर अस्पताल के मॉर्ग में रखा गया है। पुलिस को शव के वारिसों की तलाश है।
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश के जिस क्षेत्र में उक्त भारतीय शव पाया गया है वह भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के उत्तरी हिस्से यानी उत्तर बंगाल के जलपाईगुड़ी व कूचबिहार दोनों जिला में पड़ने वाले हल्दीबाड़ी क्षेत्र के निकट है। गौरतलब है कि यहां कूचबिहार संलग्न हल्दीबाड़ी क्षेत्र से ही गुरुवार रात एक शव पाया गया। उस शव की शिनाख्त सेवक-तीस्ता हादसे के ही एक पर्यटक गोपाल नरवानी के रूप में हो चुकी है।
परिजनों ने गले में अपने कुलगुरु की ताबीज व हाथ में कड़े और पैंट से ही गोपाल नरवानी के शव की शिनाख्त की है। यह शव हल्दीबाड़ी प्रखंड अंतर्गत बख्शीगंज के बाजेजामा के दो नंबर स्पार इलाके में तीस्ता नदी किनारे रेत पर पाया गया। इस क्षेत्र से बांग्लादेश का ऊपरोक्त क्षेत्र समीप ही है।
याद रहे कि इससे पूर्व 12 जुलाई को यहां गजलडोबा अंतर्गत तीस्ता बैरेज से भी एक शव पाया गया था जिसकी शिनाख्त सेवक-तीस्ता हादसे के ही एक पर्यटक अमन गर्ग के रूप में हुई। पहले अमन गर्ग व अब गोपाल नरवानी का शव मिल चुका है। इनके अलावा बचे एक और पर्यटक गौरव शर्मा एवं वाहन चालक राकेश राई का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। ये तीनों पर्यटक राजस्थान के बूंदी शहर के रहने वाले थे। वहीं, वाहन चालक सिलीगुड़ी निवासी है।
ये सब गत 10 जुलाई को सुबह इनोवा कार से सिलीगुड़ी से गंगटोक की सैर को निकले थे। उस दिन भारी बारिश व प्रतिकूल मौसम के बीच सेवक में इनकी गाड़ी हादसे का शिकार हो गई। सवारियों समेत कार अनियंत्रित हो कर सेवक पहाड़ से लगभग डेढ़-दो सौ फीट नीचे गहरी तीस्ता नदी में जा गिरी। बताया जाता है कि गौरव शर्मा राजस्थान के कोटा में अपना मोबाइल शोरूम चलाते थे। वहां मोबाइल की जबरदस्त बिक्री होने के मद्देनजर मोबाइल कंपनी ने उन्हें टूर पैकेज ऑफर किया था। उसी के तहत वह अपने दोस्तों के साथ गंगटोक घूमने जा रहे थे। मगर, काल को कुछ और ही मंजूर हुआ।
इन सबकी तलाश में गत सप्ताह भर से ज्यादा समय से नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) व भारतीय नौसेना की टीम जुटी हुई है। वहीं पश्चिम बंगाल सरकार का पर्यटन विभाग व दार्जिलिंग जिला प्रशासन व राजस्थान का बूंदी जिला प्रशासन भी पर्यटकों की तलाश को लेकर गंभीर है।
पश्चिम बंगाल राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव की पहल व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर राज्य के मुख्य सचिव द्वारा नेशनल हाइड्रो इेलक्ट्रिक पावर कॉर्पोरेशन (एनएचपीसी) लिमिटेड के नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मुख्यालय के वरीय अधिकारियों से बातचीत कर यहां एनएचपीसी की पनबिजली परियोजनाओं के डैम में जल रोक कर इधर निचले हिस्से में जलस्तर कम करके भी तीस्ता नदी में पर्यटकों व उनके वाहन की तलाश की गई थी मगर कामयाबी नहीं मिली।
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