सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में गुरुवार को  ऑन्कोलॉजी क्लिनिक और डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर शुरु किया गया है। इस सेंटर का उद्घाटन सिलीगुड़ी के मेयर तथा सिलीगुड़ी जिला अस्पताल रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन गौतम देव ने किया। इस मौके पर उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में ऑन्कोलॉजी क्लिनिक और डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर शुरू हो जाने से कैंसर के मरीजों को इलाज में काफी सुविधा होगी। कैंसर के मरीजों को दी जाने वाली कीमोथेरेपी के लिए अन्य जगहों पर जाना नहीं पड़ेगा। उन्हें यह सुविधा यहीं पर निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।

उन्होंने ने कहा कि डे केयर कीमोथेरेपी के लिए चार बेड की व्यवस्था है। यदि आवश्यक हुआ तो इस सेंटर का विस्तार भी किया जाएगा। सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के अधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार ऑन्कोलॉजी क्लिनिक और डे केयर कीमोथेरेपी सेंटर में ओपीडी सुविधा सप्ताह में दो बार मंगलवार और गुरुवार को चलाई जाएगी और डे केयर कीमोथेरेपी की सुविधा सोमवार और बुधवार को उपलब्ध होगी।

अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि कीमोथेरेपी के लिए पुरुष और महिला रोगियों के लिए दो-दो बेड की व्यवस्था मेडिसिन विभाग में की जाएगी। यह सेंटर  अस्पताल के चर्म रोग ओपीडी में  शुरू हुई है,  लेकिन दोनों ओपीडी अलग-अलग दिनों में संचालित होगी ।

डॉक्टरों ने कहा कि राज्य सरकार स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सुविधाओं में उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एनबीएमसीएच) और दार्जिलिंग जिला अस्पताल में अब तक  कैंसर डे केयर सेंटर में कीमोथेरेपी की सुविधा प्रदान की जा रही है। आज एक मरीज अस्‍पताल आया।

वहीं जहां एक ओर सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में नई सुविधा की शुरुआत की जा रही थी तो दूसरी ओर अस्पताल के नेत्र रोग विभाग का ओपीडी बंद होने से मरीजों को डॉक्टर आने की उम्मीद में घंटों इंतजार करना पड़ा।

माटीगाड़ा  के तुम्बाजोत निवासी एक वृद्ध महिला मरीज फर्श  बैठी हुई थी, इस दौरान उसने कहा कि मैं पिछले कुछ घंटों से इंतजार कर रही हूं। ओपीडी का दरवाजा है। डॉक्टर आएंगे कि नहीं आएंगे यह बतानेवाला कोई नहीं है। इस बारे  पूछने पर अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा कि एक डॉक्टर के बीमार होने और एक अन्य डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर में व्यस्त होने के कारण ओपीडी बंद है।

उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में आए दिन किसी न किसी विभाग के ओपीडी सेवा बंद होने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

Edited By: Sumita Jaiswal