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सिलीगुड़ी के देशबंधु हिंदी हाईस्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह के लिए पूर्व छात्रों ने दिए सुझाव

सिलीगुड़ी देशबंधु हिंदी हाई स्कूल 26 जनवरी को 50 साल का हो जाएगा। स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य में पूरे वर्ष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसकी तैयारी के लिए पूर्व छात्रों ने सुझाव दिए।

By Edited By: Published: Sun, 06 Jan 2019 04:42 PM (IST)Updated: Sun, 06 Jan 2019 04:43 PM (IST)
सिलीगुड़ी के देशबंधु हिंदी हाईस्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह के लिए पूर्व छात्रों ने दिए सुझाव
सिलीगुड़ी के देशबंधु हिंदी हाईस्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह के लिए पूर्व छात्रों ने दिए सुझाव
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]।गुरुंग बस्ती स्थित सिलीगुड़ी देशबंधु हिंदी हाईस्कूल (उच्च माध्यमिक) आगामी 26 जनवरी को अपने 50वें साल का हो जाएगा। फलस्वरूप स्वर्ण जयंती को लेकर अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसकी शुरुआत 26 जनवरी को रंगारंग शोभायात्रा के साथ की जाएगी। इसकी तैयारी के लिएर्व छात्रों की विशेष सभा बुलाई गई थी। इसमें 1970 से लेकर 2017 तक के पूर्व छात्रों ने हिस्सा लेते हुए पुरानी यादों को साझा किया।
सभी ने स्वर्ण जयंती कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कई सुझाव दिए। स्कूल के ही पूर्व छात्र व डिप्टी मेयर रामभजन महतो ने 50 साल पूरे होने पर बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान समय में स्कूल काफी बेहतर हो चुका है। अच्छा रिजल्ट आ रहा है। वे कार्यक्रम में हर प्रकार की मदद देने के लिए तैयार हैं। तृणमूल कांग्रेस के दार्जिलिंग जिला महासचिव संजय पाठक ने कहा कि देशबंधु स्कूल से अव्वल दर्जे के छात्र निकलकर आज शहर व पूरे राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं। वर्तमान समय में छात्रों को स्कूल की ओर से हर सुविधा मुहैया कराई जाती है। अगर इसके बावजूद स्कूल को किसी प्रकार की जरूरत होगी तो सहायता के लिए वह हमेशा आगे रहेंगे। स्कूल संचालन समिति के अध्यक्ष मनोहर सिंह ने कहा कि सरकार स्कूल को पूरी मदद कर रहा है। आगामी दिनों में भी अगर किसी प्रकार की जरूरत होगी तो कमेटी की तरफ से हर संभव मदद दी जाएगी।
छात्र व भाजपा नेता कन्हैया पाठक ने भी पुरानी यादों को साझा करने हुए स्कूल को पूरा सहयोग देने का भरोसा दिलाया। अंतिम वक्ता के रूप में प्रधानाचार्य जयकिशोर पांडेय ने स्कूल की उपलब्धियों व कमियों को गिनाते हुए कहा कि स्कूल के 50 वर्ष के सफल संचालन में पूर्व छात्रों का अहम योगदान है। इसलिए स्वर्ण जयंती के मौके पर पूर्व छात्रों का मौजूद रहना जरूरी है। आगामी 26 जनवरी को स्वर्ण जयंती कार्यक्रम की शुरुआत होगी। कार्यक्रम का संचालन शीतल साहशंकर ने किया। इस मौके छात्रों व शिक्षिकाओं द्वारा गीत की भी प्रस्तुत की गई। साथ ही स्कूल के इतिहास को प्रोजेक्टर के माध्यम से छात्रों को दिखा गया। गौरतलब है कि स्कूल की स्थापना 1970 में की गई थी। इसमें समाजसेवियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा था।

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