केंद्र सरकार राज्य की मदद कर सकती है सीधे हस्तक्षेप नहीं : राजू बिष्ट
-सांसद ने एनबीएमसीएच में कराई चिकित्सा जांच -कोरोना पर डॉक्टरों के साथ भी की बातचीत -प
-सांसद ने एनबीएमसीएच में कराई चिकित्सा जांच
-कोरोना पर डॉक्टरों के साथ भी की बातचीत
-पूरे राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को बताया बदहाल जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: स्वास्थ्य सेवाओं के लिए केंद्र सरकार राज्य को मदद तो दे सकती है,लेकिन सीधे इसमें हस्तक्षेप नहीं कर सकती। यही कारण है कि केंद्र सरकार और भाजपा सासद स्वास्थ्य सेवाओं की कमियों की ओर ध्यान आकृष्ट कराते आ रहे हैं। यह कहना है भाजपा नेता व दाíजलिंग के सासद राजू बिष्ट का। बुधवार को सांसद उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल खुद की जांच कराने पहुंचे थे। सांसद हाल ही में लॉकडाउन खत्म होने के बाद दिल्ली से अपने संसदीय क्षेत्र लौटे हैं। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। कोरोना महामारी के दौरान दिल्ली से लौटने पर वे स्वास्थ्य नियमों का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपनी जाच कराने के दौरान यहा के डॉक्टरों के साथ उनकी लंबी बातचीत हुई है। उन्होंने कई प्रकार की समस्याएं बताई है। पत्रकारों से बात करते हुए सासद ने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए उत्तर बंगाल समेत पूरे बंगाल में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को सरकार की ओर से दुरुस्त नहीं किया गया। इसी का नतीजा है कि अब कोरोना सरकार और यहा के लोगों को डराने लगा है। जब यह पूछा गया कि करोना महामारी से लड़ने के लिए सरकार ने टाक्स फोर्स का गठन किया है, के जवाब में सांसद ने कहा कि जो भी सही कदम उठाए जाएंगे,उसका स्वागत करेंगे। मैं फिर वही कहूंगा कि यह सारी व्यवस्थाएं अगर पहले से की गई होती तो आज यह दिन देखना नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति यहा काफी दयनीय है। यही कारण है कि दिन रात मेहनत करने के बावजूद डॉक्टर और नर्स लोगों को ठीक नहीं कर पा रहे हैं। इस राज्य मे कोरोना से मृत्यु दर अधिक है। नॉर्थ ईस्ट भी कोरोना संक्रमित है। वहां की सरकारों को चिंता नही है,क्योंकि उन्होंने इलाज की उचित व्यवस्था की है। बंगाल में यह नही हो पाया। समय पर इसमें सुधार नही हुआ तो सबको कोरोना डराने लगेगी। बंगाल में जो क्वारंटाइन सेंटर तैयार किए गए हैं,उसमें व्यवस्था अच्छी नहीं है। अगर व्यवस्था अच्छी नहीं होगी तो लोग कैसे वहा रह पाएंगे।
आइसोलशन वार्ड के साथ ट्रेन तैयार
सासद राजू बिष्ट ने कहा कि रेल मंत्री तथा रेलवे बोर्ड के चेयरमैन से बात हुई हैं। दिल्ली में 15 कोच के आइसोलेशन वार्ड के साथ ट्रेन खड़ी है राज्य सरकार अगर चाहे तो उसे सेवक और बगराकोट के बीच रेलवे ट्रैक पर खड़ा किया जा सकता है। इसमें 240 लोगों के आइसोलेशन की सुविधा मिल जाएगी। इसके लिए जरूरी है राज्य सरकार अनुमति दे या इसकी माग करें। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर चुटकी लेते हुए कहा कि वह काफी कामों में घिरी हैं। इसलिए उन्हें चाहिए कि स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त करें। उन्होंने फिर दोहराया कि अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों के लिए उनसे जो बन पड़ेगा वह बिना राजनीति किए करते रहेंगे।