भाजपा विधायक के साथ धक्का-मुक्की, तृणमूल पर आरोप
-विधायक शंकर घोष वार्ड नंबर 24 अंतर्गत टीकाकरण प्रक्रिया का लेने जा रहे थे जायजा -विरोध्
-विधायक शंकर घोष वार्ड नंबर 24 अंतर्गत टीकाकरण प्रक्रिया का लेने जा रहे थे जायजा
-विरोध में कोर्ट मोड़ स्थित गांधी प्रतिमा के बैठे धरना पर, टीकाकरण केंद्रों पर तृणमूल कांग्रेस का कब्जा हो जाने का लगाया आरोप
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक व भारतीय जनता पार्टी के नेता शंकर घोष के वार्ड नंबर 24 स्थित एक कोरोना टीकाकरण केंद्र पर मंगलवार को कुछ लोगों द्वारा धक्का-मुक्की किए जाने का मामला सामने आया है। इस घटना का आरोप भाजपा द्वारा तृणमूल कांग्रेस पर लगाया गया है। इस मामले के विरोध में विधायक समेत भाजपा नेता व कार्यकर्ता सिलीगुड़ी के कोर्ट मोड़ स्थित महात्मा गांधी के प्रतिमा पास धरना पर बैठ गए, तथा इस मामले के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर सिलीगुड़ी थाना में शिकायत भी दर्ज कराई। इस मौके पर माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र के विधायक शंकर घोष, फांसीदेवा विधानसभा क्षेत्र के विधायक दुर्गा मुर्मू, भाजपा सिलीगुड़ी सांगठनिक जिला कमेटी के महासचिव राजू साहा, सचिव कन्हैया पाठक समेत अन्य लोग मौजूद थे। इस बारे में विधायक शंकर घोष का कहना है कि वह मंगलवार की सुबह कोलकाता से अपने घर पहुंचे। वार्ड नंबर 24 स्थित एक टीकाकरण केंद्र पर देखा जा रहा था कि तृणमूल कुछ कार्यकर्ता एक तरह से टीकाकरण केंद्र पर कब्जा ही कर रखे थे, जबकि लाइन में खड़े लोगों को टीका नहीं दिया जा रहा था। तृणमूल के लोग अपने ही लोगों को टीका दिलवा रहे थे। जब इस बारे में पूछा गया कि टीकाकरण केंद्र पर इस तरह की अनियमितता क्यों हो रही है, लाइन में लगे लोगों को पहले टीका क्यों नहीं दिया जा रहा है। घोष ने कहा कि इसी दौरान वहां पर खड़े तृणमल समर्थक उनके साथ धक्का-मुक्की करने लगे। घोष ने आरोप लगाया कि शहर के सभी सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर अनियमितता देखने को मिल रहा है। लोग देर रात से ही लाइन में लगे रहते हैं, लेकिन उन्हें टीका नहीं मिल रहा है। तृणमूल कांग्रेस द्वारा टीकाकरण केंद्रों पर कब्जा कर लिया गया है। वे लोग अपने चहेते को टीका दिलवा रहे हैं। जबकि इन सब घटनाक्रमों के बाद भी जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग मौन साधे हुए है। उन्होंने कहा कि भाजपा इस मुद्दे पर चुप बैठने वाली नहीं है। इस तरह के मामलों को जोरदार विरोध किया जाएगा।