सिलीगुड़ी का सेवक रोड बार और पब के हब में परिणत
टी टींबर और टूरिज्म के लिए विख्यात शहर सिलीगुड़ी अब अपराधिक गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है।
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : टी, टींबर और टूरिज्म के लिए विख्यात शहर सिलीगुड़ी अब अपराधिक गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है। मादक से लेकर सोना और वन्य जीव के देहावशेषों की तस्करी के लिए सिलीगुड़ी शहर का नाम शुमार होने लगा है। अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वालों के अनुसार शहर सिंगिंग व डांसिंग बार और पब के साथ सजाया जा रहा है। सिलीगुड़ी शहर का सेवक रोड बार और पब के हब में परिणत हुआ है।
सिलीगुड़ी शहर भी पाश्चात्य संस्कृति का मुरीद होने की पथ पर अग्रसर हैं। लकड़ी, कोयला, मादक, सोना और वन्यजीव के देहावशेषों की तस्करी के लिए सिलीगुड़ी चिकेन नेक तस्करों के लिए स्वर्ग जैसा है। स्वाभाविक रुप से सिलीगुड़ी शहर में तस्कर व अपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों का आवागमन बढ़ा है। अपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों का आवागमन बढ़ने की वजह से सिलीगुड़ी शहर के माहौल को भी उनके अनुसार तब्दील किया जा रहा है। अपराधिक गतिविधियों से जुड़े लोगों का उठना-बैठना, बातचीत और डील फाइनल भी शबाब के साथ शराब छलकाते हुए होता है। बीते कुछ वर्षो में सिलीगुड़ी शहर में बार और पब की संख्या काफी बढ़ी है। सिलीगुड़ी शहर का सेवक रोड सिंगिंग व डांसिंग बार और पब का हब बनकर उभरा है। सेवक रोड स्थित बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल, होटल और एक बस स्टैंड परिसर में सिंगिंग व डांसिंग बार और पब की भरमार है। इसके अतिरिक्त हिलकार्ट रोड, वर्धमान रोड, दार्जिलिंग मोर से दार्जिलिंग को जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग-55, वहीं पूर्वोत्तर भारत को जोड़ने वाली शहर से होकर गुजरी राष्ट्रीय राजमार्ग 31 और एशियन हाइवे महासड़क किनारे भी कई बार स्थित हैं। जबकि राष्ट््रीय राजमार्ग से पांच सौ मीटर के दायरे में शराब की दुकान व बार नहीं होने का निर्देश देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने काफी पहले जारी किया है।
यहां बताते चलें कि सिलीगुड़ी के बार में सिर्फ सिंगिंग कराने की आधिकारिक अनुमति प्रशासन की तरफ से है। जबकि सेवक रोड स्थित अधिकांश बार सिंगिंग के साथ अवैध तरीके से डांसिंग बार भी चलाया जा रहा है। सिलीगुड़ी के अधिकांश बार ऐसे-ऐसे व्हाइट कॉलर वालों के हैं, जिनका प्रशासन और सरकार में गहरी पैठ है। बल्कि सिलीगुड़ी शहर में बार और पब की आड़ में अवैध धंधा चलाने वालों में समाजसेवी का चोला ओढ़े व्यापारियों भी पीछे नहीं हैं। निर्धारित समय से अधिक समय तक बार चलाना, बार में शराब के अलावा ड्रग्स और देह व्यापार का धंधा धरल्ले से चलाया जा रहा है।
वैसे तो बार और पब में विवाद और मारपीट होना तो आम बात है। ज्यादातर विवाद सेवक रोड स्थित बार और पब के सामने होता है। विवाद होने पर संबंधित थाना पुलिस की गस्त लगाने वाली टीम मौके पर पहुंचती भी है। लेकिन आगे कोई कार्यवाई नहीं होती है। बल्कि किसी घटना के खिलाफ शिकायत दर्ज होने पर मामला जांच की फाइलों में दब जाती है। कोई बड़ी घटना घटित होने पर छिटपुट कार्यवाई बार और पब प्रबंधन के खिलाफ देखने को मिलते हैं। वैसे हाल ही में एक पब में लगे आपत्तिजनक पोस्टर को हटाये जाने को लेकर ग्राहक युवती व उसके पिता का प्रबंधन के साथ भारी विवाद हो गया। भक्ति नगर थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।