ड्रेनेज सिस्टम फेल,हर साल ही बारिश में बुरा हाल
-कई वार्ड के लोग जल जमाव से प्रभावित -ड्रेनों पर अवैध कब्जे ने और बढ़ाई परेशानी -मच्छरों
-कई वार्ड के लोग जल जमाव से प्रभावित
-ड्रेनों पर अवैध कब्जे ने और बढ़ाई परेशानी
-मच्छरों के प्रकोप से बीमारी की भी संभावना
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में हर साल बारिश का मौसम शुरू होने से पहले दावा किया जाता है कि बारिश शुरू होने से पहले ड्रेनों व नाले-नालियों की साफ-सफाई पूरी कर ली जाएगी, ताकि शहर के जल-निकासी व्यवस्था को दुरूस्त रखा जा सके। हालांकि यह सिर्फ दावा भर ही रह जाता है। देखा जाता है कि ड्रेनों की सफाई के नाम पर खानापूर्ति कर काम समाप्त कर दिया जाता है। इसका ज्वलंत उदाहरण पिछले दिनों हुई तेज बारिश के दौरान देखने को मिला। सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 42, 41, 46 समेत विभिन्न विभिन्न वार्डो के निचले क्षेत्रों में जल-जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। लोगों के घरों में ड्रेनों व नालियों का पानी घूस गया था। जिसको लेकर लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। शहर में जहां अधिकांश जगहों पर जहां पक्के ड्रेन हैं, वहीं कच्चे ड्रेनों की भी संख्या कम नहीं है। बारिश के मौसम में जहां-तहां पक्के ड्रेनों की सफाई तो हो जाती है, लेकिन कच्चे ड्रेनों की स्थिति जस की तस बनी रहती है। शहर के डांगीपाड़ा इलाके में पक्के ड्रेन की सफाई होने से जहां पानी बिना किसी रुकावट का निकल जाता है, वहीं सेवक रोड स्थित कच्चे ड्रेन की स्थित काफी बदतर है। ड्रेन में कचरा जाम होने से पानी निकल नहीं पाता है तथा बारिश के समय ड्रेन का पानी रोड पर बहने लगता है। यही स्थिति सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर चार व पांच की भी है। जहां ड्रेन क्या नाली तक की सफाई नहीं होने से बारिश के समय नाली का पानी घरों में घूस जाता है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ड्रेन की सफाई होगी तो कैसे होगी। वोट बैंक की राजनीति के चलते कच्चा ड्रेन हो अथवा पक्का ड्रेन, सिलीगुड़ी नगर निगम इलाके के 90 प्रतिशत ड्रेनों के उपर कब्जा कर अवैध रूप से दुकानें बना ली गई है। जिससे चाह कर भी उन जगहों पर ड्रेनों की सफाई नहीं हो पाती है। ड्रेनों व नालों की सफाई नहीं होने से एक ओर जल निकासी व्यवस्था प्रभावित होती है तो दूसरी ओर मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। मच्छरों के प्रकोप से डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया समेत अन्य मच्छरजनित बीमारियां फैलने की आशंका बनी रहती है। -----
निगम की ओर से समय-समय पर ड्रेनों व नालों की सफाई कराई जाती है। देखा जाता है कि लोग अपने घरों का कचरा व प्लास्टिक ड्रेन व नालों में ही फेंक देते हैं, जिससे ड्रेन जाम हो जाता है। ड्रेनों में लोग कचरा ना फेंके इसके लिए आम जनता को भी जागरूक होना पड़ेगा।
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मुकुल सेनगुप्ता,सदस्य,नगर निगम प्रशासनिक बोर्ड