विशेष पास से ही मिल रही है कोर्ट में प्रवेश की अनुमति
-मुख्य गेट पर ही सबकी हो रही है थर्मल स्क्रीनिंग -अभी कुछ मुकदमों के साथ कामकाज शुरू
-मुख्य गेट पर ही सबकी हो रही है थर्मल स्क्रीनिंग
-अभी कुछ मुकदमों के साथ कामकाज शुरू
-कोर्ट एजेंटों के आने-जाने के लिए से व्यवस्था हाल कचहरी का
-अभी ज्यादा लोगों की नहीं लग रही है भीड़
-कम मामलों की सुनवाई के कारण वकीलों की संख्या भी कम जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी कोर्ट में कामकाज शुरू हो गया है। कलकत्ता हाईकोर्ट ने आठ जून से काम करने को कहा था। लेकिन बार एसोसिएशन ने कामकाज शुरू होने से पहले पूरी तैयारी की। मंगलवार को ट्रायल हुआ। आज बुधवार से नियमित कामकाज प्रारंभ हो गया गया है। सिलीगुड़ी अदालत परिसर में वही लोग प्रवेश कर पाएंगे जिनके पास बार एसोसिएशन की ओर से पास निर्गत होगा। हमेशा की तरह कोर्ट में आम लोगों का जमावड़ा नहीं लग पाएगा। इस बात की पुष्टि करते हुए सिलीगुड़ी बार एसोसिएशन के सचिव मोहम्मद युसूफ ने बताया कि कोर्ट में अदालत के अलावा वाहन संबंधित कार्य के लिए भी एजेंट रहते हैं। इनके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। उन लोगों के कामकाज के लिए मुख्य डाकघर के दो रास्तों को छोड़ा गया है। मुख्यद्वार से जांच के बाद ही वकीलों व अदालती कामकाज के लिए आने वाले लोगों को प्रवेश मिल सकता है। उन्होंने कहा कि जो मामले तत्काल दर्ज होते हैं,उसके लिए कोर्ट में छूट है। इसकी सुनवाई शुरू होगी। परंतु पुराने मामले की सुनवाई के लिए बार एसोसिएशन में आवेदन करना होगा। आवेदन के आधार पर उन्हें सुनवाई की तिथि दी जाएगी। उसके आधार पर मामले में उनके वकील और उन्हें कोर्ट में जाने की छूट होगी। जिस मामले में कोई आरोपी कोर्ट में आत्मसमर्पण करना चाहता है उसे भी अपने वकील के माध्यम से आवेदन देकर तारीख लेना होगा। मोहम्मद युसूफ का कहना है कि सिलीगुड़ी कोर्ट में सात सौ वकीलों का आना-जाना लगा रहता है। उसके बाद एक मामले में कम से कम दो या तीन लोग आते हैं। ऐसे में नियमित सुनवाई संभव नहीं है। जिस मामले की सुनवाई होनी है,उसके आवेदन के आधार पर जीआर कोर्ट से रिकार्ड निकलवाकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। कोर्ट में दो से तीन मामले की सुनवाई होने से मुश्किल से आठ से दस वकील ही आ रहे हैं। संबंधित मामले में पुलिस या उससे जुड़े गवाह भी कम आएंगे। इससे वर्तमान में कोई ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है। कोरोना का मामला आया तो काम ठप
कोरोना के संबंध में पूछने पर कहा कि अगर किसी वकील या कोर्ट स्टाफ को कोराना संक्रमण होता है तो उसके दूसरे दिन से ही कोर्ट का कामकाज बंद कर दिया जाएगा। हम किसी प्रकार का कोई रिस्क नहीं ले सकते। इसी कारण कोर्ट में आने वाले सभी लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है।