चिटफंड घोटाला मामले में एक और गिरफ्तार
-सीबीआई ने सेवा रियल एस्टेट के एमडी को पकड़ा -आज सिलीगुड़ी एसीजेएम कोर्ट में होगी पे
-सीबीआई ने सेवा रियल एस्टेट के एमडी को पकड़ा
-आज सिलीगुड़ी एसीजेएम कोर्ट में होगी पेशी
-9.14 करोड़ रुपये की हेराफेरी का है मामला
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : चिटफंड घोटाला मामले में एक और व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है। असम के साथ-साथ सिलीगुड़ी एंव पूरे पश्चिम बंगाल में में रियल एस्टेट के नाम पर चिटफंड के जरिए करोड़ो रुपये हड़पने के आरोप में सीबीआई उत्तर बंगाल की टीम ने उसे असम से गिरफ्तार किया है। वह सेवा रियल एस्टेट लिमिटेड नामक कंपनी का प्रबंध निदेशक है। यह कंपनी असम की ही है। सीबीआई ने आरोपी सिद्धार्थ नाग को शुक्रवार को ट्रांजिट रिमांड पर लिया है। पहले उसकी पेशी असम के एक अदालत में हुई और सीबीआई उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर सिलीगुड़ी आई है। उसे गुवाहाटी से हवाई जहाज से बागडोगरा एयरपोर्ट लाया गया। आरोपी को फिलहाल सीबीआई ने सिलीगुड़ी स्थित अपने कार्यालय में कस्टडी में रखा है।
सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उसे शनिवार को सीबीआई सिलीगुड़ी स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआई उसे कोर्ट से गहन पूछताछ के लिए रिमांड पर ले सकती है। सीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2013 से 2017 तक आमलोगों को इस कंपनी ने घर बनाकर देने के नाम पर चूना लगाया। उसने आमलोगों से से 9.14 करोड़ रुपये की उगाही की। मुख्य रूप से असम की यह कंपनी सिलीगुड़ी में भी अपना कारोबार कर रही थी। यहां बता दें कि इन दिनों सीबीआई चिटफंड घोटाले की जांच कर रही है। इस संबंध में कई मामले दर्ज होने पर इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई। इसी क्रम में सिलीगुड़ी के प्रधाननगर थाने में भी इस कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस मामले को भी वर्ष 2017 में सीबीआई को सौंप दिया गया था। आरोपित को सीबीआई की टीम शुक्रवार को गुवाहाटी से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर सिलीगुड़ी आई है। महाशिवरात्रि होने के कारण शुक्रवार को कोर्ट बंद था। इसलिए शनिवार को आरोपित को कोर्ट में पेश किया जाएगा। सीबीआई सूत्रों के अनुसार इस मामले में पहले ही आरोपित के भाई और कंपनी से जुड़े एक कर्मचारी आशीष धर को गिरफ्तार किया गया है। कुल नौ करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप है। राज्य में चर्चित चिटफंड घोटाला मामले में कई नेताओं सहित अबतक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। कुछ अभी भी जेल में हैं तो कुछ जमानत पर रिहा हो चुके हैं