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त्रिपुरा में भाजपा की सरकार बन सकती है तो बंगाल में क्यों नहीं : विप्लव देव

कहा एनआरसी से किसी भारतीय नागरिकों को डरने की जरुरत नहीं -भाजपा के शासनकाल में कि

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Nov 2019 08:30 PM (IST)Updated: Fri, 22 Nov 2019 08:30 PM (IST)
त्रिपुरा में भाजपा की सरकार बन सकती है तो बंगाल में क्यों नहीं : विप्लव देव
त्रिपुरा में भाजपा की सरकार बन सकती है तो बंगाल में क्यों नहीं : विप्लव देव

कहा, एनआरसी से किसी भारतीय नागरिकों को डरने की जरुरत नहीं

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-भाजपा के शासनकाल में किसी के साथ नहीं होगा अन्याय

-वोटबैंक खोने का सता रहा कई दलों को डर, एनआरसी के पहले नागरिक संशोधन बिल होगा लागू

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : त्रिपुरा में भाजपा का वोट प्रतिशत मात्र एक था वहां भाजपा ने पूर्ण बहुमत से सरकार बना ली। बंगाल में तो भाजपा का वोट प्रतिशत 40 से अधिक है। इसलिए यहां सत्ता परिवर्तन होना तय है। यह कहना है त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव देव का। वे उत्तर बंगाल में होने वाले उपचुनाव की सभा को संबोधित करते बागडोगरा से उत्तर दिनाजपुर मुख्यालय रायगंज जाने के क्रम में बागडोगरा एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वोटबैंक की राजनीति करने वाले कई दलों द्वारा एनआरसी के नाम पर गलत बयानी कर आंदोलन की धमकी दी जा रही है। नागरिकता संशोधन बिल नागरिकता अधिनियम 1955 के प्रावधानों को बदलने के लिए पेश किया जा रहा है, जिससे नागरिकता प्रदान करने से संबंधित नियमों में बदलाव होगा। नागरिकता बिल में इस संशोधन से बाग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदुओं के साथ ही सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइयों के लिए बगैर वैध दस्तावेजों के भी भारतीय नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो जाएगा। भारत की नागरिकता हासिल करने के लिए देश में 11 साल निवास करने वाले लोग योग्य होते हैं। नागरिकता संशोधन बिल में बाग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के शरणार्थियों के लिए निवास अवधि की बाध्यता को 11 साल से घटाकर 6 साल करने का प्रावधान है।

इसे सरकार की ओर से अवैध प्रवासियों की परिभाषा बदलने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। इस बात को सभी को ध्यान में रखना होगा कि एनआरसी के पहले नागरिक संशोधन बिल लाया जा रहा है। देव ने बताया कि केंद्र में मजबूत इरादों वाली मोदी व अमित शाह वाली सरकार है। सरकार कठिन निर्णय लेने के लिए संकल्पित है। इस बात को काश्मीर में धारा 370 व 35 ए हटाकर साबित कर दिया। बंगाल में तेजी से विकास और तृष्टिकरण से यहां के लोगों को मुक्ति पाना है तो भाजपा की सरकार को बंगाल में लाना ही होगा। देव ने कहा कि वे आज सड़क मार्ग से रायगंज जाएंगे। वहां से शनिवार को कलियागंज में जनसभा को संबोधित कर वापस त्रिपुरा लौट आना है। मुख्यमंत्री त्रिपुरा का भारतीय जनता पार्टी सिलीगुड़ी जिला कमेटी द्वारा भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान जिलाध्यक्ष अभिजीत राय चौधरी, भारतीय जनता युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष कंचन देवनाथ, भाजपा जिला महासचिव राजू साहा, सचिव कन्हैया पाठक, वार्ड आयुक्त खुश्बू मित्तल, ओबीसी सेल जिलाध्यक्ष वापी पाल समेत उत्तर दिनाजपुर के जिलाध्यक्ष निर्मल दाम उन्हें लेने पहुंचे थे।


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