गरीबों का राशन बिक रहा कालाबाजार में
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एक ओर जहां खाद्य सुरक्षा योजना के तहत जिले में गरीबों को दिया
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एक ओर जहां खाद्य सुरक्षा योजना के तहत जिले में गरीबों को दिया जाने वाला राशन पात्रता सूची के फेर में उलझ कर रह गया है। योजना लागू होने के छह माह बाद भी अब तक पात्र गृहस्थियों की सूची दुरुस्त नहीं हो पाई है। वहीं जिन लोगों तक राशन मिलना भी है उसे भी कालाबाजारी में बेचा जा रहा है। यह कहना है सीटू नेता गौतम घोष का। उन्होंने बताया कि दो दिन पूर्व ही गणतांत्रितक महिला समिति की ओर से इसको लेकर थाने में प्रदर्शन किया गया। डिजीटल कार्ड के नाम पर ज्यादा लोगों के कार्ड ही नहीं बने है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकार ने ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के हर गरीब व जरूरतमंद को को सस्ती राशन योजना का लाभ पहुंचाने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिनियम को मंजूरी दी है। इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। माटीगाड़ा के एक नन ट्रेड आपूर्तिकत्र्ता के द्वारा राशन की हेराफेरी की जा रही है। प्रशासन और सरकार को इस बात की जानकारी भी है परंतु वे कुछ बोल नहीं पा रहे है। योजना के तहत सरकार ने गेहूं व चावल खाद्यान्न को बेहद सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने का फैसला किया है। कोटे की दुकान से गेहूं दो रूपये प्रति किलोग्राम तो चावल तीन रूपये प्रति किलोग्राम की दर से दिया जाना है परंतु उन्हें नहीं मिल रहा है। पूरे बंगाल में नन ट्रेड आपूर्तिकर्ता सिलीगुड़ी दार्जिलिंग जिला में ही है आखिर ऐसा क्यों इसकी जानकारी कोई नहीं देता। इसको लेकर जल्द ही व्यापक आंदोलन किया जाएगा।