वाहनों की जांच अभियान तेज
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर हो रही कार्रवाई -शहर में प्रवेश करने वालों की सघन तलाशी अभियान -नि
पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर हो रही कार्रवाई
-शहर में प्रवेश करने वालों की सघन तलाशी अभियान
-निर्धारित किराया से ज्यादा किराया लेने वाले जाएंगे जेल
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पुलिस आयुक्त के निर्देश पर यातायात पुलिस, पुलिस और एमवीआई की टीम ने संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत मुरारीगच्छ, घोषपुकुर, खोरीबाड़ी के चक्करमारी, दार्जिलिंग मोड़, तीनबत्ती मोड़, मेडिकल मोड़, सुकना, भक्तिनगर चेकपोस्ट, नक्सलबाड़ी, सेवक तथा आमबाड़ी क्षेत्र में वाहनों की चेंिकंग की जा रही है। मुख्यमंत्री के चार दिवसीय उत्तर बंगाल दौरा को ध्यान में रखते हुए शहर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। दर्जनों वाहनों को मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए जब्त भी किया गया है। रविवार को इस अभियान के तहत वैसे वाहनों की पूरी जांच की गयी जो सिक्किम, दार्जिलिंग, मिरिक, डुवार्स आदि पर्यटकों को लेकर जा रहे थे। पुलिस आयुक्त सुनील कुमार चौधरी का कहना है कि ज्यादा किराया लेने वालों को जेल भेजा जाएगा। वाहनों में आवश्यक कागजात नहीं रहने, क्षमता से अधिक पर्यटकों को ले जाने वालों के खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा। वाहन चालकों के डाइविंग लाइसेंस समेत वाहनों के कागजात की विशेष पड़ताल की जा रही है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि न्यू जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी जंक्शन, बागडोगरा बिहार मोड़, बागडोगरा कोलकाता रोड, दार्जिलिंग मोड़, दो माइल भक्तिनगर आदि क्षेत्रों में वाहनों की जांच की गयी। 12 वाहनों पर क्षमता से अधिक पर्यटकों को बैठाने के लिए जुर्माना भी लगाया गया। दो वाहन चालकों पर सीट बेल्ट नहीं बांधने के लिए जुर्माना लगाया गया। जांच में निर्धारित दर से अधिक रुपये लेने की बात सामने नहीं आयी है। पुलिस आयुक्त ने जोर देकर कहा कि हर हाल में सभी प्रकार की सुविधाएं यहां की पुलिस और यातायात विभाग मुहैया कराएगा। इसमें किसी भी पर्यटक को कोई परेशानी हो उसको लेकर पर्यटक 100 नंबर पर डायल कर इसकी शिकायत भी कर सकते है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य में पर्यटक मंत्री गौतम देव ने दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन के साथ टूरिज्म मानिटरिंग सिस्टम पर जोर दिया था। इसके तहत सिर्फ वाहनों पर ही नहीं होटल समेत पर्यटकों के आवश्यकता वाली हर सुविधाओं का कोई लाभ न ले इसकी निगरानी करने को कहा गया था। इसके तहत पर्यटकों को परेशानी से बचा जा सके। टूरिस्टों की भीड़ लगातार हिल्स और डूवार्स की ओर आना प्रारंभ हो गया है। निपाह के कारण कई प्रांतों के पर्यटक सिक्किम और दार्जिलिंग समेत उत्तर बंगाल आना ही तय किया है।