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कोलकाता एयरपोर्ट के टर्मिनल, एयरपोर्ट बस व विमान के अंदर भी है मच्छरों का जबरदस्त आतंक

कोलकाता एयरपोर्ट के भीतर टर्मिनल एयरपोर्ट बस और यहां तक कि विमान के अंदर भी मच्छरों का जबरदस्त आतंक है। यात्रियों ने इस मामले को लेकर एयरपोर्ट की शिकायत भी किया है

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 26 Mar 2019 10:50 AM (IST)Updated: Tue, 26 Mar 2019 02:46 PM (IST)
कोलकाता एयरपोर्ट के टर्मिनल, एयरपोर्ट बस व विमान के अंदर भी है मच्छरों का जबरदस्त आतंक
कोलकाता एयरपोर्ट के टर्मिनल, एयरपोर्ट बस व विमान के अंदर भी है मच्छरों का जबरदस्त आतंक

जागरण संवाददाता, कोलकाता। कोलकाता एयरपोर्ट के भीतर टर्मिनल, एयरपोर्ट बस और यहां तक कि विमान के अंदर भी मच्छरों का जबरदस्त आतंक है। पिछले कुछ महीनों में परेशान यात्रियों ने इस मामले को लेकर एयरपोर्ट की शिकायत और सुझाव रजिस्टरों को भर डाला है। सोशल मीडिया पर भी वे अपना गुस्सा जाहिर कर चुके हैं।

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कोलकाता एयरपोर्ट से अक्सर फ्लाइट पकड़ने यात्री अर्कप्रभा बताते हैं कि उड़ान से पहले सुरक्षा जांच के दौरान स्लीपर पहनना बेहद कष्टदायक होता है क्योंकि यह पूरा एरिया मच्छरों से भरा हुआ है। इन दिनों तो उड़ान के दौरान भी मच्छर काटते रहते हैं। अर्कप्रभा कहते हैं कि पुराने टर्मिनल के पास निचले इलाके में रनवे के चारों तरफ मच्छरों का प्रजनन देखा गया है।

एक अन्य यात्री सौमित्र बनर्जी कहते हैं, ‘मैंने इस समस्या को लेकर कई बार फ्लाइट क्रू से शिकायत की पर वे अपने हाथ खड़े कर देते हैं। जब भी विमान का दरवाजा यात्रियों के लिए खोला जाता है तो मच्छरों का पूरा समूह अंदर घुस जाता है।’

मच्छरों से बचने के लिए सौमित्र अपने हैंडबैग में मच्छरमारक लेकर चलते हैं। एयरलाइन से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने यात्रियों को मच्छरों से निजात दिलाने के लिए बहुत सारे प्रयास किए। उन्होंने विमान का तापमान कम करके देखा, विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से प्रमाणित मच्छर मारक दवा का छिड़काव भी किया पर इन सबसे मच्छरों पर बहुत कम असर पड़ा। एयरलाइन्स ऑपरेटर्स कमिटी के चेयरमैन सवेश गुप्ता स्वीकार करते हैं कि मच्छरों की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है। यात्रियों को उस समय अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है जब वे बोडिर्ंग से पहले टर्मिनल से बस पकड़कर रनवे पर दूर खड़े विमान में बैठने जाते हैं।

एयरलाइन्स के अधिकारियों का सुझाव है कि विमान के एंट्री गेट पर विशेष प्रकार से डिजाइन की गईं सीढ़ियां लगाईं जाए जिसमें एयर कर्टन भी लगे हों। इससे मच्छरों के अंदर घुसने की संभावना कम हो सकती है। एक एयरलाइन स्टेशन मैनेजर कहते हैं कि रिमोट एरिया में खड़े विमानों में प्रतिदिन धुआं किया जाना चाहिए ताकि सीटों के कोनों में छुपे मच्छर भाग खड़े हों।

कोलकाता एयरपोर्ट के एक वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि साल्टलेक, न्यू टाउन और राजरघाट जैसे इलाकों में मच्छरों की सबसे ज्यादा भरमार है। हम लोग खुले इलाकों में मच्छरों को भगाने के लिए लगातार दवा का छिड़काव करते रहते हैं पर यह संबंधित एयरलाइन्स की भी जिम्मेदारी है कि वह विमानों को मच्छर रहित बनाएं।


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