Unlock 1 phase 2: दक्षिण पूर्व रेलवे के स्टेशनों पर पहुंचीं 180 से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें
Unlock 1 phase 2 लॉकडाउन के कारण पूर्व रेलवे के अनुसार सात जून तक कुल 194 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें उसके क्षेत्र में पहुंचीं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। Unlock 1 phase 2: लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए श्रमिकों, पर्यटकों व अन्य लोगों को लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे के सभी डिवीजनों में अब तक कुल 180 से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें पहुंचीं हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से रविवार को एक बयान में बताया गया कि ये ट्रेनें देश के विभिन्न हिस्सों से हावड़ा, हटिया, रांची, बोकारो स्टील सिटी, टाटानगर, खड़गपुर, बांकुड़ा, पुरुलिया, बालासोर, हिजली और लोहरदगा स्टेशनों पर श्रमिकों को लेकर पहुंची। इसके अलावा दपूरे के अंतर्गत हटिया व शालीमार स्टेशनों से श्रमिक एक्सप्रेस को रवाना भी किया गया। दपूरे से मिली जानकारी के अनुसार, छह जून को कुल नौ श्रमिक एक्सप्रेस राज्य के विभिन्न स्टेशनों पर पहुंची।
पूर्व रेलवे के क्षेत्र में 194 श्रमिक स्पेशल पहुंचीं
पूर्व रेलवे के अनुसार सात जून तक कुल 194 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें उसके क्षेत्र में पहुंचीं। इनमें चार श्रमिक स्पेशल ट्रेनें डानकुनी स्टेशन, छह बहरमपुर कोर्ट स्टेशन, 22 हावड़ा स्टेशन, एक बंडेल स्टेशन, तीन कृष्णानगर, मालदा टाउन स्टेशन पर 44, दुर्गापुर स्टेशन पर दो, बर्दमान स्टेशन पर एक, कोलकाता स्टेशन पर एक, भागलपुर स्टेशन पर 59, बांका स्टेशन पर 15, मुंगेर स्टेशन पर एक और जसीडीह स्टेशन पर 35 ट्रेनें पहुंचीं। इसके अलावा सात श्रमिक स्पेशल ट्रेनें हावड़ा से अगरतला, कोलकाता से पटना, बंडेल से मुजफ्फरपुर, हावड़ा से जौनपुर, कोलकाता से सीवान, कोलकाता से लखनऊ और कोलकाता से आगरा के लिए खुलीं।
हावड़ा ब्रिज पर चढ़कर महिला चिल्लाने लगी, अमित शाह मेरा नोबेल वापस करें
प्रधानमंत्री से संपर्क किया गया है, मेरा नोबेल की एक हार्डकॉपी गृह मंत्रालय के पास छोड़ दिया गया है, इसकी जानकारी अमर्त्य सेन को है। मेरी सरोगेसी रिसर्च चोरी हो गई है। यह बात एक महिला शनिवार की शाम को हावड़ा ब्रिज पर चढ़कर चिल्ला रही थीं।
वह भी उस समय जब कोलकाता में बारिश और तेज हवाएं चल रही थी। उसी समय लोगों की नजर हावड़ा ब्रिज के चार नंबर पिलर के ऊपर चढ़ी एक अधेड़ महिला पर पड़ी। वह चिल्ला रही थी कि उसका सरोगेसी शोध कार्य चोरी हो गया है। मेरा नोबेल अमित शाह वापस करें।
खबर मिलते ही पुलिस और अग्निशामन विभाग के कर्मी वहां पहुंचे काफी मशक्कत के बाद उसे नीचे उतारा। पूछताछ में पता चला कि उसका नाम डाली बसु है। वह उत्तर 24 परगना जिले के अशोक नगर की रहने वाली है। उसने खुद को स्कूल शिक्षिका होने का दावा कर रही है, लेकिन वह स्कूल का नाम नहीं बताई। इसके बाद पुलिस उसे नॉर्थ पोर्ट थाने ले गई। यह पता लगाया जा रहा है कि उसके घर में कौन है और उसे कोई मानसिक समस्या तो नहीं है।