17 वर्ष पहले कामाख्या में बिछड़ा वापस आया
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी 17 वर्ष पहले माता-पिता से बिछड़ा बच्चा सोमवार को अपने होम टाउन सिलीग
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : 17 वर्ष पहले माता-पिता से बिछड़ा बच्चा सोमवार को अपने होम टाउन सिलीगुड़ी पहुंचा है। लेकिन माता-पिता से मिलने की लड़ाई अभी भी जारी है। उसे न तो अपना ठिकाना मालूम है और न ही माता-पिता का चेहरा। बचपन के स्कूल और माता-पिता का नाम लेकर वह अपने परिवार की तलाश में है। 17 वर्षो में बच्चे से जवानी की दहलीज पर खड़ा युवक ने अपना नाम देव सूत्रधर बताया गया है।
देव सूत्रधर ने बताया कि उसका जन्म सिलीगुड़ी में ही हुआ है। उसके मां का नाम सावित्री और पिता का नाम कार्तिक सूत्रधर है। और वह शहर के चेक-पोस्ट स्थित एक नामी-गिरामी अंग्रेजी माध्यम के स्कूल में पढ़ता था। करीब 17 वर्ष पहले जब वह दूसरी कक्षा में था तब अपने माता-पिता के साथ वह पड़ोसी राज्य असम के कामाख्या मंदिर दर्शन के लिए गया था। उसी दौरान वह कामाख्या मंदिर में माता-पिता से बिछड़ गया। काफी भटकने के बाद असम के बेलतला निवासी एक व्यक्ति उसे जबरन अपने घर ले गया। वह करीब रोजाना मारपीट कर उससे अपने घर का काम करवाता था। बड़े होने पर देव हर दिन अपने घर लौटने की सोचता था, लेकिन उससे कोई रास्ता दिखाई नहीं देता। क्योंकि उसके पास रुपया नहीं होता। कुछ दिन पहले वह उस कैद से फरार होने में सफल हुआ। उसके बाद किसी तरह जुगाड़ कर वह न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन तक पहुंचा। अपने घर का पता ढूंढने के क्रम में वह देशबंधुपाड़ा के हिमाचल संघ क्लब तक पहुंचा। देव ने बताया कि उसे बस अपने माता-पिता का नाम और स्कूल का नाम याद है। अपने घर का रास्ता भी उसे याद नहीं है।