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मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने उद्यमियों से की उत्तर बंगाल में उद्योग स्थापित करने की अपील

सिलीगुड़ी में कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज सीआइआइ की वार्षिक सभा का आयोजन भव्य तरीके से किया गया। इसमें उत्तर बंगाल के विकास पर सकारात्मक चर्चा हुई।

By Rajesh PatelEdited By: Published: Sat, 23 Feb 2019 10:48 AM (IST)Updated: Sat, 23 Feb 2019 10:48 AM (IST)
मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने उद्यमियों से की उत्तर बंगाल में उद्योग स्थापित करने की अपील
मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने उद्यमियों से की उत्तर बंगाल में उद्योग स्थापित करने की अपील
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता] । राज्य के उत्तर बंगाल विकास मंत्री रवींद्रनाथ घोष ने उद्यमियों से उत्तर बंगाल में उद्योग स्थापित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यहां पर कच्चे माल का काफी भंडार है तथा उद्योग स्थापना के लिए सबसे आदर्श जगह भी है। वे सिलीगुड़ी के हिलकार्ट रोड स्थित मैरियट ग्रुप के होटल कोर्ट यार्ड में कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सीआइआइ ) नार्थ बंगाल की वार्षिक सभा के पब्लिक सत्र में 'उत्तर बंगाल का पुनर्निर्माण, निवेश में प्रगति' विषयक गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।

सीआइआइ की वार्षिक सभा में मौजूद प्रतिनिधि।
   उन्होंने कहा कि ग्रामीण उद्यमियों, स्थानीय युवाओं को इस क्षेत्र की आर्थिक समृद्धि तथा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने एक विशेष अभियान शुरू किया है। उत्तर बंगाल में साइकिल विनिर्माण, कपड़ा और अधिक कृषि आधारित कारखाने स्थापित करने की क्षमता है। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में श्रमिक और प्रचुर मात्रा में कच्चे माल उपलब्ध हैं।
   उन्होंने उद्यमियों को भरोसा दिलाया कि उद्योग स्थापना की दिशा में आने वाली हर तरह की बाधा को पश्चिम बंगाल सरकार दूर करेगी। राज्य सरकार उद्यमियों के साथ खड़ी है। उत्तर बंगाल में उद्योग निवेश को लेकर सम्मेलन हो चुके हैं। पिछले दिनों कोलकाता में हुए बंगाल समिट में भी मुख्यमंत्री ने उत्तर बंगाल में निवेश करने की लिए उद्योगपतियों से अपील की थी। मंत्री ने कहाकि एक समय यहां पर कोई उद्योग स्थापित नहीं करना चाहता था। अब स्थिति बदल चुकी है। किसी तरह की समस्या नहीं है। उद्योग के लिए अनुकूल माहौल है। काफी अच्छे-अच्छे रास्ते तैयार हुए हैं। बिजली की कोई कमी नहीं है।
आनंद अग्रवाल बने सीआइआइ के नए चेयरमैन
सीआइआइ नार्थ बंगाल जोनल काउंसिल के 2019-20 अवधि के लिए नए चेयरमैन के रूप में आनंद कुमार अग्रवाल चयन किया गया है। उन्होंने सीआइआइ के निवर्तमान चेयरमैन कमल किशोर तिवारी का स्थान लिया है। वाइस चेयरमैन संजीत साहा हुए हैं।
   इस मौके पर अग्रवाल ने कहा कि सबके सहयोग से इंडस्ट्रीज के बेहतरी व उद्यमियों के हित के लिए काम करेंगे। निवर्तमान चेयरमैन तिवारी ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल में सीआइआइ सदस्यों व अन्य लोगों द्वारा मिले सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में सीआइआइ की 85 बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं, जो अपने आप में एक रिकार्ड है। उद्योग व उद्यमियों से संबंधित 35 बिंदुओं पर सरकार ने ध्यान दिया है। सीआइआइ के निवर्तमान चेयरमैन व के टी कार्पोरेशन के निदेशक कमल किशोर तिवारी, सीआइआइ के संस्थापक चेयरमैन व पीसीएम ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज के सीएमडी कमल कुमार मित्तल, सीआइआइ के वाइस चेयरमैन संजीत साहा, सीआइआइ के पूर्व चेयरमैन व संरक्षक पीके शाह व सीआइआइ पूर्व व उत्तर-पूर्व की क्षेत्रीय निदेशक नीता कर्मकार समेत अन्य लोग उपस्थित थे। 
मीडिया की भूमिका पर परिचर्चा
इसी कार्यक्रम के एक सत्र में 'राष्ट्र निर्माण में मीडिया की भूमिका, उत्तर बंगाल के विकास के संदर्भ में' विषयक एक ग्रुप परिचर्चा आयोजित की गई। इसमें संचालक की भूमिका में पत्रकार देवाशीष सरकार थे। दैनिक जागरण सिलीगुड़ी यूनिट के जीएम सुभाशीष हल्दर, पत्रकार अभिजीत सिन्हा, मानस रंजन बनर्जी, अभिजीत सरकार, सीआइआइ नार्थ बंगाल जोनल काउंसिल के पूर्व चेयरमैन पीके शाह व प्रवीर शील शामिल थे। परिचर्चा की शुरुआत पिछले दिनों पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की याद में शोक प्रकट करने के साथ हुई।

पुलवामा के शहीदों को श्रद्धांजलि देते उत्तर बंगाल के विकास में मीडिया की भूमिका पर चर्चा में शामिल पैनलिस्ट।
   दैनिक जागरण के जीएम हल्दर ने कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से उत्तर बंगाल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की कोशिश की जाती हैं। डोकलाम में चीन के साथ भारत का विवाद हो अथवा भारत-बांग्लादेश के बीच छींटमहल विवाद हो। ये मुद्दे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी चर्चा में रहे। अभिजीत सिन्हा ने कहाकि समाचार पत्रों के अलावा डिजिटल व पोर्टल के विस्तार से उत्तर बंगाल राष्ट्रीय पर छाया रहता है। मानस रंजन बनर्जी ने उत्तर बंगाल के चाय उद्योग को फोकस करते हुए कहा कि ई-पेपर तथा वेब पेज के माध्यम से कहीं भी देखा जा सकता है। अभिजीत सरकार ने कहा कि उत्तर बंगाल व पार्वत्य क्षेत्र को केंद्रित कर यहां का पर्यटन उद्योग काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पर्यटन व अन्य उद्योग से जुड़े लोगों को मीडिया के साथ परस्पर समन्वय स्थापित करने की जरूरत है।
   वहीं परिचर्चा में शामिल प्रवीर शील व पीके शाह ने कहा कि उत्तर बंगाल के विकास के संदर्भ में मीडिया काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उत्तर बंगाल पिछड़े क्षेत्र में आता है। यहां के लोगों की समस्याओं को और यहां की बुनियादी समस्याओं को राज्य अथवा राष्ट्र स्तर पर पहुंचाने में मीडिया अहम भूमिका अदा कर सकता है।  

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