नगर निगम की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के बहाने मेयर ने साधा राज्य सरकार पर निशाना
सिलीगुड़ी नगर निगम के मेयर अशोक भट्टाचार्य ने निगम क्षेत्र में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के बहाने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 06:06 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 06:06 PM (IST)
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]।नगर निगम में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के बहाने मेयर ने मेयर अशोक भट्टाचार्य ने राज्य की ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा है। इसके लिए सीधे-सीधे ममता बनर्जी को दोषी बताते हुए कहा है कि नगर निगम की बैठक में विरोधी दल के पार्षद स्वास्थ्य सेवाओं पर उंगली उठाते रहते हैं, परंतु वे सच्चाई से मुंह छिपाते हैं।
मेयर ने कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के कारण नगर निगम क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। नगर क्षेत्र में अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर की शुरूआत हुई थी। यहां 10 में नौ सेंटर बनकर तैयार हो गए। सरकार की ओर से दवाएं दी जा रही हैं, परंतु चिकित्सकों का अभाव है। सरकार से कम वेतन मिलने के कारण कोई भी चिकित्सक यहां काम करना नहीं चाहता। यहां फुल टाइम चिकित्सक को 40 हजार रुपये और पार्ट टाइम के रूप से काम करने वाले चिकित्सक को 24 हजार रुपये भुगतान करना है। इतने कम पैसे में कोई भी चिकित्सक काम नहीं करना चाहता।
भट्टाचार्य ने कहा कि यहां 10 के बदले सात और पार्ट टाइम काम करने वाले मात्र चार चिकित्सक हैं। वर्ष 2017-18 में इन स्वास्थ्य केंद्रों पर 64 हजार से ज्यादा लोगों का इलाज किया गया। इस वर्ष अबतक 46 हजार लोगों की चिकित्सा हो चुकी है। सरकार अगर दलगत राजनीति से उठकर स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों को मुहैया कराए तो नगर निगम में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त हो जाएगी।
मेयर ने कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के कारण नगर निगम क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं। नगर क्षेत्र में अर्बन प्राइमरी हेल्थ सेंटर की शुरूआत हुई थी। यहां 10 में नौ सेंटर बनकर तैयार हो गए। सरकार की ओर से दवाएं दी जा रही हैं, परंतु चिकित्सकों का अभाव है। सरकार से कम वेतन मिलने के कारण कोई भी चिकित्सक यहां काम करना नहीं चाहता। यहां फुल टाइम चिकित्सक को 40 हजार रुपये और पार्ट टाइम के रूप से काम करने वाले चिकित्सक को 24 हजार रुपये भुगतान करना है। इतने कम पैसे में कोई भी चिकित्सक काम नहीं करना चाहता।
भट्टाचार्य ने कहा कि यहां 10 के बदले सात और पार्ट टाइम काम करने वाले मात्र चार चिकित्सक हैं। वर्ष 2017-18 में इन स्वास्थ्य केंद्रों पर 64 हजार से ज्यादा लोगों का इलाज किया गया। इस वर्ष अबतक 46 हजार लोगों की चिकित्सा हो चुकी है। सरकार अगर दलगत राजनीति से उठकर स्वास्थ्य कर्मियों व चिकित्सकों को मुहैया कराए तो नगर निगम में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त हो जाएगी।
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