West Bengal: चीनी आपूर्ति नहीं होने का मामला केंद्रीय खाद्य मंत्री के पास पहुंचा
sugar supply. सांसद राजू बिष्ट ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश गए सिलीगुड़ी से गए सभी छह ट्रकों में अविलंब चीनी की आपूर्ति कराई जाने की व्यवस्था की जाए।
अशोक झा, सिलीगुड़ी। sugar supply. कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन के बीच सिलीगुड़ी के चीनी व्यापारी का मामला गरमा गया है। यह मामला केंद्रीय खाद्य मंत्री राम विलास पासवान के पास सांसद राजू बिष्ट के माध्यम से पहुंच गया है। भाजपा नेता सह दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट ने व्यापारी द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों को केंद्रीय खाद्य मंत्रीके पास भेजते हुए त्वरित कार्रवाई करने की मांग भी की है। सांसद ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश गए सिलीगुड़ी से गए सभी छह ट्रकों में अविलंब चीनी की आपूर्ति कराई जाने की व्यवस्था की जाए।
सांसद का कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो वे इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी बात करेंगे। पीड़ित व्यापारी की गुहार पर त्वरित कार्रवाई करने के लिए व्यापारियों में सांसद के कार्य को लेकर काफी खुशी देखी जा रही है। इस मामले को सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन भी गंभीर दिख रही है। इस संबंध में एसोसिएशन की ओर से महामंत्री गौरी शंकर गोयल उत्तर प्रदेेश के खाद्य मंत्री अतुल गर्ग से लगातार संपर्क करनेेे का प्रयास कर रहे हैं।
चीनी के थोक कारोबारी बंगाल एजेंसी के मालिक किशन अग्रवाल का कहना है कि बंगाल एजेंसी बिहार और उत्तर प्रदेश से बंगाल के लोगों को चीनी मुहैया कराने के लिए खरीदारी करती है। इसी क्रम में अनुराग शुगर प्राइवेट लिमिटेड न्यू दिल्ली के माध्यम से ऑर्डर संख्या 11196 व 11218 के माध्यम से 990 क्विंटल घोसी यूनिट मऊ उत्तर प्रदेश तथा 990 क्विंटल चीनी सैंथियाज यूनिट आजमगढ़ उत्तर प्रदेश से ली। एम 50 ग्रेड इस चीनी की दर 3145 रुपये क्विंटल के भाव से 23 मार्च को भुगतान भी कर दिया।
इसी बीच, लॉकडाउन के कारण पूरे देश में वाहनों के आवागमन को रोक दिया गया था। भारत सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्रालय द्वारा आवश्यक सेवाओं के लिए ट्रकों के परिचालन सुनिश्चित किए जाने का निर्देश मिलने पर सिलीगुड़ी से 26 मार्च, 2020 को छह ट्रकों को घोसी और आजमगढ़ के लिए भेजा गया। वहां तक पहुंचने के बाद चीनी आपूर्ति के बदले यह कहा जा रहा है कि पहले के रेट 3145 के बदले 3260 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा। किए गए सौदे का भुगतान के बाद चीनी की आपूर्ति नहीं कर ऊंचे दाम की कैसे मांग की जा रही है। ट्रक मिल के अंदर ही खड़ा है। जब वह खाली लौटेगा, सभी दिनों का भाड़ा में भुगतान करना पड़ेगा। ऐसे में कैसे व्यापार किया जा सकता है। व्यापारियोंं का चीनी की आपूर्ति नहींं होने बंगाााल में चीनी का शॉर्टेज देखने को मिल सकता है। इस बीच, मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन के बीच राज्य भर में प्रतिदिन चार घंटे मिठाई की दुकानों को खोलने का निर्देश भी दिया है।