नेताजी की जयंती पर दार्जीलिंग में ममता ने भाजपा को बताया देश को बांटने वाली पार्टी
अमित शाह की सभा के अगले ही दिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर जवाबी प्रहार किया। दार्जीलिंग में आयोजित नेताजी जयंती समारोह में उन्होंने क्या कहा, आप भी पढ़िए...।
ममता की खास बातें
- जीटीए समझौते की समीक्षा कर समय सीमा को बढ़ाया जाएगा
- केंद्र सरकार नेताजी को नहीं मानती राष्ट्रीय नायक, जयंती पर अवकाश तक नहीं दिया गया
- सिलीगुड़ी में हिल्स वासियों के निवास के लिए जीटीए को मिलेगा पहाड़ी भवन
दार्जीलिंग [संवादसूत्र]। ब्रिगेड मैदान में शक्ति प्रदर्शन करने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को दार्जिलिंग हिल्स से सुभाष चंद्र बोस की 122वीं जयंती के सहारे एक बार फिर भाजपा नेतृत्व की लानत मलानत की। हिल्स के लोगों को जीटीए समझौते की समीक्षा का हवाला देकर विकास का सपना दिखाया। वहीं भाजपा को देश व लोगों को बांटने वाला करार दिया। गोरखा जाति की मर्यादा व कुर्बानी की दुहाई दी। रक्षा और विकास का वादा किया।
बच्चों के साथ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी।
बुधवार को दार्जिलिंग चौरास्ता में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखा जाति की मर्यादा आजादी से पहले भी रही है, बाद में भी रही है और हमेशा रहेगी। स्वतंत्रता संग्राम में गोरखा जाति के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। गोरखा जाति की रक्षा व विकास को ले राज्य सरकार हर संभव सहायता करेगी। जीटीए समझौते की समीक्षा कर समय सीमा को बढ़ाया जाएगा। सिलीगुड़ी का पहाड़ी भवन जीटीए को सौंपा जाएगा जिससे वहां जाने वाले हिल्स वासियों को ठहरने में असुविधा न हो। हिल्स में केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण हो रहा है। 11 गोरखा जातियों को जनजाति दर्जा दिलाने को ले राज्य सरकार ने अनुशंसा पत्र केंद्र को भेज दिया है जिस पर केंद्र कुंडली मार कर बैठा है। 121 प्राइमरी शिक्षकों और हिमाल तराई डुवार्स के अव्वल विजेताओं में पांच को सिविक वालेन्टियर का नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया।
नेताजी जयंती समारोह को संबोधित करतीं ममता।
सीएम ने कहा कि पहाड़ के विकास के लिए डेढ़ हजार करोड़ का निवेश किया गया है। राज्य सरकार की ओर से गरीबों के लिए मकान, कम्यूनिटी हॉल समेत अन्य विकास कार्यों के लिए 650 करोड़ रुपये दिए गए हैं।भाजपा पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपाई केवल चुनाव के समय बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। चुनाव के बाद वादे भूल कर दिल्ली चले जाते हैं। दिल्ली सरकार ने आज तक सुभाष बाबू को राष्ट्रीय नायक का दर्जा तक नहीं दिया। उनकी जयंती पर अवकाश तक की घोषणा नहीं की। नेताजी ने आजाद ङ्क्षहद फौज के माध्यम से जय ङ्क्षहद का नारा देकर देश की आजादी के लिए संघर्ष किया। उनकी फौज में गोरखा सिपाही भी बड़ी तादाद में थे। नेताजी ने हर जाति व समुदाय के लोगों को समान अधिकार दिलाने की कोशिश की। सुभाष बाबू हर जाति, हर समुदाय को लेकर चलने वाले राष्ट्रीय नेता थे। भाजपा नेतृत्व पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आज का भाजपा नीत केंद्रीय नेतृत्व लोगों को बांटने में विश्वास रखता है। देश की एकता व अंखडता को तोडऩे की साजिश कर रहा है। ऐसा नेतृत्व और ऐसा संगठन विविधता वाले भारत का सिरमौर नहीं हो सकता है। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा के लोग बड़ी-बड़ी बातें तो करते हैं लेकिन काम कुछ नहीं करते। राज्य सरकार ने नेताजी की जयंती पर छुट्टी दे रखी है, केंद्र भी राष्ट्रीय छुट्टी की घोषणा करे। आजादी के इतने साल बाद भी नेताजी की मौत की गुत्थी नहीं सुलझी है।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी प्रतिभागियों को स्कूटी देकर सम्मानित करतीं ममता बनर्जी।
ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र में दूसरी सरकार आएगी तो 11 गोरखा जातियों को जनजाति का दर्जा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने गोरखा जाति की सुरक्षा व पहाड़ की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए तृणमूल सरकार की प्रतिबद्धता दोहरायी। कहा कि लालकोठी व जू से सटी सड़क की मरम्मत की जाएगी और स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था की जाएगी।
36 परियोजनाओं का शिलायन्यास, 17 का उद्घाटन किया
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग चौरास्ते से हिल्स समेत पूरे उत्तर बंगाल को 36 परियोजनाओं का तोहफा दिया। इस दौरान 17 योजनाओंं का उद्घाटन भी किया। उत्तर बंगाल के विभिन्न हिस्सों के सौंदर्यीकरण व नौकाघाट आइसलैंड का काम 132.67 लाख रुपये की लागत किया जाएगा। रंगली रंगोली पेयजल परियोजना 73.77 लाख रुपये की लागत से, 311.96 लाख रुपये की लागत से टोंग्लू इको कॉटेज, 2059.43 लाख रुपये की लागत से कालिम्पोंग के डेलो व 3602 लाख रुपये की लागत से झालोंग टूरिस्ट रिसॉर्ट, , 2864.39 लाख रुपये की लागत से चालसा पर्यटक रिसॉर्ट तथा जलपाईगुड़ी में 1650 लाख रुपये की लागत से कैंपिंग साइट कॉटेज, जलपाईगुड़ी के भोरे में कॉटेज, अलीपुरद्वार के उत्तर सिमलाबाड़ी में चेलो नदी पर पुल का 332.18 लाख की लागत से निर्माण किया जाएगा। इसके अतिरिक्त सीएम ने इंजीनियङ्क्षरग कॉलेज व आइटीआइ कॉलेज समेत कई निर्माण परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने 275.41 लाख रुपये की लागत से सिलीगुड़ी में पहाडिय़ा भवन, 326.43 लाख रुपये की लागत से रामघाट के पास निर्मित पांचवां महानंदा ब्रिज, पश्चिम बंगाल भूटिया विकास बोर्ड द्वारा रंगली रंगोली योजना के तहत 6.35 लाख रुपये की लागत से पेयजल परियोजना, 369.19 लाख रुपये की लागत से निर्मित सिलीगुड़ी गेट, 625.05 लाख रुपये की लागत से निर्मित अलीपुरद्वार महिला महाविद्यालय और 1031 लाख रुपये की लागत से निर्मित अलीपुरद्वार रवींद्र मंच का उद्घाटन भी किया।