बीएसएफ ने कराया था बशीरहाट में दंगा: ममता बनर्जी
Mamata Banerjee. मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के मुताबिक मोदी दंगा व बांटने की राजनीति करते हैं।
जागरण संवाददाता, कोलकाता : बशीरहाट में हुए दंगे में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का हाथ था। उसने बांग्लादेश से लोगों को बुलाकर दंगा कराया, फिर उन्हें वापस भेज दिया। बशीरहाट संसदीय क्षेत्र के हाड़वा में पार्टी प्रत्याशी नुसरत जहां के समर्थन में शनिवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने यह गंभीर आरोप लगाया।
उन्होंने भाजपा व केंद्र की मोदी सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा-'मोदी दंगा व बांटने की राजनीति करते हैं। कभी गौ रक्षा के नाम पर लोगों की हत्या कर दी जाती है तो कभी हिंदू-मुसलमानों को आपस में लड़ाया जाता है। सीमा पर बीएसएफ की मदद से तस्करी का खेल चलता है और हमें गुनाहगार के रूप में पेश किया जाता है। दोहरी नीति वाले मोदी का यह खेल ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाला क्योंकि अबकी बार देश व राज्य की जनता उन्हें केंद्र की सत्ता से बेदखल करने के लिए मतदान कर रही है।' नाथूराम गोडसे को भाजपा नेता बताते हुए उन्होंने कहा-' ये वही लोग हैं, जिन्होंने गांधीजी की हत्या की थी और आज देश को बर्बाद करने पर आमादा हैं।'
ममता ने भाजपा, माकपा और कांग्रेस को एक-दूसरे का सहयोगी करार देते हुए कहा कि उन्होंने बीते पंचायत चुनाव में तृणमूल को हराने के लिए गठबंधन किया था। ऐसे में इन तीनों ही दलों से सावधान रहने की जरूरत है। जहां तक मोदी का सवाल है तो सभी उनसे डरते हैं लेकिन मैं व मेरी पार्टी नहीं डरती बल्कि लड़ती है। मोदी राज्य में लगातार जनसभा कर कह रहे हैं कि चक्रवात 'फणि' के दौरान उन्होंने मुझे दो बार फोन किया था और मैंने उनका फोन नहीं उठाया लेकिन हकीकत यह है कि उस दिन मैं खड़गपुर में थी। उनके पास तो मेरा मोबाइल नंबर भी है, फिर उन्होंने मुझे मोबाइल पर फोन क्यों नहीं किया?' तृणमूल सुप्रीमो ने कहा कि नोटबंदी, राफेल और जनधन से कमाए रुपये से मोदी राज्य में चुनाव जीतना चाहते हैं। फिलहाल, प्रशासनिक व्यवस्था मेरे हाथों में नहीं है वरना जिन हेलीकॉप्टरों में रुपये भरकर आ रहे हैं, उनकी जांच करवातीं।' ममता ने इस बाबत कंटाई में गिरफ्तार किए गए उत्तर प्रदेश के 10 नागरिकों का भी जिक्र किया।
मां को याद कर भावुक हुईं ममता
वहीं हासनाबाद में चुनावी सभा को संबोधित करने के दौरान मां को याद कर ममता भावुक हो उठीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उनकी मां जीवित थीं तो वह हर बात उनसे साझा किया करती थी लेकिन आज जब उनकी मां नहीं हैं तो राज्य की जनता से दुख-दर्द साझा करती हैं। ममता ने राज्य पुलिस से अपील की कि वे पूरी मुस्तैदी से अपना काम करें और पीएम-सीएम की बिना परवाह किए बिना तलाशी अभियान चलाए। अगर जरूरत पड़े तो वे उनकी गाड़ी की भी तलाशी लें। दमदम में पार्टी प्रत्याशी सौगत रॉय के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बीते पंचायत चुनाव के दौरान समाचार चैनलों ने बंगाल को बदनाम करने की कोशिश की थी लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा शासित राज्यों में इलेक्शन नहीं है, बल्कि सेलेक्शन होता है। बंगाल में आज भी लोकतंत्र जीवित है और मोदी इसे खत्म करने पर उतारू हैं, जो वे होने नहीं देंगी।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप