Mamta Banerjee-केंद्र ने कई योजनाओं के फंड आवंटन कर दिया है बंद, फिर भी राज्य आगे
Mamta Banerjee ने केंद्र पर राज्य सरकारों को पर्याप्त धन नहीं देने का भी आरोप लगाया और कहा कि ऐसे में जन सेवाओं और अन्य सुविधाओं को सुचारु ढंग से चलाना बेहद मुश्किल हो रहा है।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। भाजपा पर हमला बोलते हुए तृणमूल प्रमुख व बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि जिन लोगों ने ईश्वरचंद्र विद्यासागर की प्रतिमा के साथ बर्बरता की थी, उन्हें बंगाल में सत्ता हासिल करने का सपना नहीं देखना चाहिए।
ममता बनर्जी ने कहा, आधुनिक भारत पुराने भारत से अलग है। हम आज दबाव में काम कर रहे हैं। यूजीसी का अधिकार सीमित किया जा रहा है। पाठ्यक्रम से मनिषियों को हटाया जा रहा है लेकिन इतिहास को बदला नहीं जा सकता। विद्यासागर की प्रतिमा के साथ बर्बरता नहीं की जा सकती और फिर वही लोग बंगाल पर शासन करने की कोशिश करते हैं। मैं बंगाल की विविधता को बनाए रखने के लिए सभी से अनुरोध करती हूं।
गौरतलब है कि 19 मई को लोकसभा चुनाव प्रचार के तहत भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जब कोलकाता में रोड शो कर रहे थे तभी विद्यासागर कॉलेज में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच ¨हसक झड़प हुई थी। इस दौरान कॉलेज में स्थापित 19वीं सदी के समाज सुधारक विद्यासागर की प्रतिमा को तोड़ दिया गया था। बाद में ममता बनर्जी ने 11 जून को विद्यासागर की एक नई प्रतिमा का अनावरण किया।
पर्याप्त फंड मुहैया नहीं करा रहा केंद्र
ममता बनर्जी ने केंद्र पर राज्य सरकारों को पर्याप्त धन नहीं देने का भी आरोप लगाया और कहा कि ऐसे में जन सेवाओं और अन्य सुविधाओं को सुचारु ढंग से चलाना बेहद मुश्किल हो रहा है। ममता बनर्जी ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा, केंद्र ने कई योजनाओं के लिए फंड आवंटन बंद कर दिया है जबकि कई योजनाएं ही बंद कर दी गई है। आप यह न सोचिएगा कि हमारे पास पर्याप्त धन है और हम नहीं काम कर रहे हैं। केंद्र ने सर्व शिक्षा अभियान के लिए 1700 करोड़ रुपये नहीं दिया है फिर भी हम सर्व शिक्षा अभियान चला रहे हैं।
आमदनी से अधिक करना पड़ रहा खर्च फिर भी राज्य आगे
ममता ने कहा कि पहले के मुकाबले वर्तमान में परिस्थितियां बेहद खराब है, अभी वेतन मिल रहा है तो आशा है आगे भी मिलता रहेगा सिर्फ भरोसा रखना होगा। आमदनी से अधिक राज्य सरकार को खर्च करना पड़ता है। 55 हजार करोड़ रुपये का ऋण चुकाना पड़ रहा है फिर भी हम राज्य को आगे ले जाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।
ममता ने कहा कि कई राज्य सरकारों ने शिक्षकों के लिए पेंशन योजना बंद कर दिया है लेकिन हम ऐसा नहीं कर रहे हैं। एक समय था जब मैं सांसद थी और बंगाल को लोग पिछली कतार में खड़ा करते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। मैं कहना चाहूंगी कि किसी को मुकाबला करना चाहिए ना कि प्रतिशोध की राजनीति।
स्कूलों का नाम आगे ले जाने वाले होते हैं शिक्षक
विभिन्न शिक्षकों को उत्कृष्ट योगदान के लिए शिक्षा रत्न पुरस्कार से सम्मानित करते हुए ममता ने कहा कि किसी भी शैक्षणिक संस्थान को आगे लेजाने वाले शिक्षक ही होते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंसान माता-पिता और शिक्षक को कभी नहीं भूलता क्योंकि जिंदगी को बेहतर बनाने में इनका योगदान अतुलनीय होता है।