29 को नहीं अब 2 को सिलीगुड़ी आएंगी सीएम
- तीन जनवरी को महारैली में दस किलोमीटर पैदल चलेंगी -सीएए और एनआरसी के खिलाफ बड़े पैमा
- तीन जनवरी को महारैली में दस किलोमीटर पैदल चलेंगी
-सीएए और एनआरसी के खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन
-28 दिसंबर को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में धरना-प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
सिटिजेनशिप एमेंडमेंट एक्ट (सीएए) व नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजेंस (एनआरसी) के खिलाफ अब तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो व राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिलीगुड़ी में तीन जनवरी को महाजुलूस निकालेंगी। इसकी जानकारी तृणमूल जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष रंजन सरकार उर्फ राणा ने पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री दो जनवरी को सिलीगुड़ी आ रही हैं। उस दिन वह यहां मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में रात्रि विश्राम करेंगी। उसके बाद अगले तीन जनवरी को तीन बत्ती मोड़ से नौकाघाट मोड़ व जलपाईमोड़ एवं एसएफ रोड होते हुए हाशमी चौक तक रैली में पैदल चलेंगी। इसके पहले मुख्यमंत्री का कार्यक्रम 29 से 31 दिसंबर तक था। वह 30 दिसंबर को रैली में शामिल होने वाली थी। 29 दिसंबर को झारखंड में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने जा रही हैं। इसलिए इस कार्यक्रम को बदलना पड़ा है। सरकार ने बताया कि इसके अलावा सीएए व एनआरसी के विरुद्ध तृणमूल कांग्रेस की ओर से आगामी 28 दिसंबर को राज्य के हरेक विधानसभा क्षेत्र में धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उसके तहत उत्तर बंगाल के भी हरेक विधानसभा में भी धरना प्रदर्शन होगा। उन्होंने बताया कि बीते 18 दिसंबर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैठक कर सीएए व एनआरसी के विरुद्ध राज्य भर में आंदोलन का निर्देश दिया था। इसके तहत 23 को ब्लाक स्तर पर रैली निकाली गयी थी। 28 को हरेक विधानसभा क्षेत्र में धरना प्रदर्शन होगा। सिलीगुड़ी विधानसभा क्षेत्र का धरना एयरभ्यू मोड़ पर और डाबग्राम फूलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र का आसीघर मोड़ पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। तृणमूल कांग्रेस की मांग है कि केंद्र सरकार अविलंब देश के लिए विनाशक सीएए व एनआरसी को वापस ले। इस मांग को लेकर हमारा आंदोलन सतत रूप में जारी रहेगा। इसी कड़ी में आने वाले नए साल के पहले दिन यानी एक जनवरी को तृणमूल कांग्रेस की ओर से 'नागरिक दिवस' के रूप में मनाया जाएगा। जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष रंजन सरकार के अलावा संजय पाठक, अरुप रतन घोष,वेदव्रत दत्त समेत सभी ब्लॉक के प्रभारी मौजूद थे।