ममता बनर्जी ने कहा - निवेश के नजरिए से ही नहीं, हमको समझिए पारिवारिक सदस्य
श्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने न्यूटाउन-राजारहाट में पूर्वी भारत के वृहत्तम आइटी हब सिलिकन वैली एशिया का शिलान्यास किया।
जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने न्यूटाउन-राजारहाट में पूर्वी भारत के वृहत्तम आइटी हब सिलिकन वैली एशिया का शिलान्यास किया। इस मौके पर सुश्री बनर्जी ने कहा कि बंगाल डिजिटलीकरण का गंतव्य है। आइटी उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सिलिकन वैली में महज निवेश के नजरिए से नहीं बल्कि एक पारिवारिक सदस्य होने के नाते आइए।
सीएम ने कहा कि सिलिकन वैली हमारे लिए एक चुनौती था, जब हमने इसकी कल्पना की तो मेरे मन में यह आया कि आखिर जब अमेरिका में सिलीकन वैली हो सकता है तो हमारे यहां दूसरा सिलीकन वैली भी होना चाहिए।
आइटी से जुडे़ बड़े उद्यमियों को संबोधित करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि उद्योग के लिए राज्य में कुशल माहौल है और यहां निवेश के लिए जमीन कोई समस्या नहीं। आइटी विभाग के प्रधान सचिव देवाशीष सेन को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने और 100 एकड़ जमीन चिन्हित करने को कहा।
इस मौके पर सुश्री बनर्जी ने राज्य के बेहतर विकास दर का हवाला देते हुए कहा कि बंगाल पड़ोसी आठ राज्यों के साथ जुड़ा हुआ है इतना ही नहीं एशिया के कई देशों से राज्य का हवाई मार्ग के जरिए सीधे संबंध है और महज चंद घंटों में यहां की दूरी तय की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018-19 के बजट सत्र में मुख्यमंत्री ने विधानसभा में इसकी घोषणा की थी। करीब 100 एकड़ जमीन पर बनने वाले आइटी हब की लागत 40,000 करोड़ होने का अनुमान है। राज्य सरकार के सूत्रों ने बताया कि हब में 10 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। हब में देश-विदेश की कई जानी मानी कम्पनियां निवेश कर सकती हैं। बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट-2018 में कई विदेशी कंपनियों ने आइटी सेक्टर में निवेश की रुचि दिखाई थी। समिट में मुख्यमंत्री ने आइटी कंपनियों से निवेश का आग्रह किया था।
राज्य सरकार का मानना है कि यूएसए की मशहूर कंपनी सिलिकन वैली की तर्ज पर यहां आइटी हब सिलिकन वैली एशिया के तैयार हो जाने पर आर्थिक दृष्टिकोण से इसका अनुकूल असर पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की महत्वाकांक्षी योजना सिलिकन वैली एशिया के लिए न्यूटाउन में चिन्हित की गई 100 एकड़ जमीन की मिट्टी की जांच का काम पूरा हो गया है। हिडको के चेयरमैन तथा आइटी विभाग के प्रधान सचिव देवाशीष सेन की निगरानी में विशेषज्ञों ने प्रस्तावित स्थल की मिट्टी की जांच की है।