आदिवासी गांव पहुंची ममता बनर्जी, सभी तरह की सुविधा मुहैया करने व आदिवासियों को घर देने का दिया निर्देश
Mamta Banerjee reached tribal village ममता बनर्जी ने अब एक आदिवासी गांव का जायजा लिया। वहां ग्रामीणों से खुद ही कुर्सी मांगकर एक कच्चे घर के बरामदे में बैठ गईं।
कोलकाता, जेएनएन। हावड़ा की एक बस्ती के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब एक आदिवासी गांव का जायजा लिया। सोमवार को पूर्व बर्द्धमान जिले के दौरे पर पहुंची ममता प्रशासनिक बैठक के बाद एलिसा-बैकंठपुर नामक आदिवासी गांव पहुंच गई। वहां ग्रामीणों से खुद ही कुर्सी मांगकर एक कच्चे घर के बरामदे में बैठ गईं। मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना मिलते ही वहां गांव की आदिवासी महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
मुख्यमंत्री आदिवासी महिलाओं से उनकी समस्या सुनने लगीं। उन्होंने उन समस्याओं को दूर करने का प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश भी दिया। मुख्यमंत्री से गीता माझी, झरना रूईदास, सरस्वती, कल्पना समेत दर्जनों महिलाओं ने बातचीत की।
ममता ने गरीब महिलाओं को हंस, मुर्गी व बकरी पालन पर जोर देने को कहा। मुख्यमंत्री ने पशु संसाधन विकास राज्यमंत्री स्वपन देवनाथ व जिलाधिकारी विजय भारती को महिलाओं के लिए घर एवं इलाके में सड़क बनाने का भी निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर गांव के लोगों में खुशी देखी गई। कई महिलाओं ने मुख्यमंत्री से हाथ मिलाया तो कुछ बच्चों का हालचाल भी मुख्यमंत्री ने पूछा। सरकारी योजनाओं व सुविधाओं के बारे में भी ममता ने ग्रामीणों से जानकारी ली आर उनके बीच चाय की चुस्की भी ली।
ममता गांव के एक स्कूल में भी गई और वहां पढ़ने वाले बच्चों से बातचीत की। उन्होंने स्कूल के विकास के लिए सरकार की ओर से 10 लाख रुपये देने का भी आश्वासन दिया। 'दीदी' को अपने बीच पाकर स्कूली बच्चे काफी खुश नजर आए।
मुख्यमंत्री करेंगी प्रशासनिक बैठक, विकास कार्यों का लेंगी जायजा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज हुगली जिले के गुड़ाप में प्रशासनिक बैठक करेंगी। इस बैठक में मुख्यमंत्री विकास कार्यों का जायजा लेंगी। इसके बाद वह एक जनसभा को संबोधित करेंगी। वही प्रशासनिक बैठक से पहले नक्सलपंथियों ने बीडीओ को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन आदिवासी तथा श्रमिक संगठन के बैनर तले सौंपा गया है।ज्ञापन में कहा गया है कि जिले में आदिवासियों की समस्या काफी है। मुख्यमंत्री से इसका समाधान करने का अनुरोध किया गया है।