एनबीएमसीएच में खुलेगा लेड टेस्टिंग सेंटर
जिस तरह से खाद्य सामग्रियों में भारी धातु जहरीले पदार्थो का मिलावट होने की बात प्रकाश में आ रही है, उसको देखते हुए एनबीएमसीएच में लेड टेस्टिंग सेंटर खुलेगा। ताकि लोगों को सर्तक किया जा सके कि जो भी पदार्थ जीवन में ग्रहण कर रहे हैं उसमें सीेसे की मात्रा कितनी है।
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : जिस तरह से खाद्य सामग्रियों में भारी धातु जहरीले पदार्थो का मिश्रण हो रहा है, यह स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। हम अपने दैनिक जीवन में जो उपयोग कर रहे हैं, उसकी गुणवत्ता क्या है इसकी जानकारी जरूरी है। खून में सीसा के स्तर की जांच के लिए यहां पर लेड टेस्टिंग सेंटर खोला जाएगा। इसके लिए 'द इंडियन सोसाइटी ऑफ लीड अवेरनेस एंड रिसर्च से एप्रूवल मिल गया है। एनबीएमसीएच पैथोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कल्याण खान ने बताया कि खून में सीसा के स्तर की जांच के लिए लीड एनालाइजर मशीन की जरूरत होगी। इसकी व्यवस्था एनबीएमसीएच रोगी कल्याण समिति की ओर से की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने एनबीएमसीएच में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में लेड प्वाइजनिंग को लेकर विशेषज्ञों ने चिंता जताई थी तथा यहां पर लेड टेस्टिंग सेंटर स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया था। विशेषज्ञों का कहना था कि हमें जानना होगा कि सीसा का अस्तित्व कहां है। यह 100 प्रतिशत नहीं है कि हम हवा में सांस ले रहे हैं अथवा भोजन कर रहे हैं, उसमें सीसा की मात्रा है, लेकिन सीसे की मात्रा कितनी है, इसका पता लगाना जरूरी है। सेंटर के अलावा विद्यालय व कॉलेज स्तर पर इसके लिए जागरूकता फैलाने की भी जरूरत बल दिया गया था। विशेषज्ञों ने कहा था कि सिलीगुड़ी में बहुत ही सघन क्षेत्र है। काफी संख्या में वाहनों का आवागमन होता है। जिससे प्रदूषण फैलता है। बच्चों को जो लिखने के लिए जो पेंसिल देते हैं अथवा पार्क में खेलने के लिए भेजते हैं, इसमें देखना होगा कि सीसा रहित पेंट्स का प्रयोग है की नहीं, सतर्क रहना होगा देखना होगा सीसा रहित पेंट है की नहीं।