थमने का नाम ही नहीं ले रहा है लॉकडाउन का उल्लंघन
-कई इलाके सुनसान तो कई स्थानों पर दिनभर भीड़ -सामाजिक दूरी के अनुपालन पर लोग गंभीर
-कई इलाके सुनसान तो कई स्थानों पर दिनभर भीड़ -सामाजिक दूरी के अनुपालन पर लोग गंभीर नहीं
-समाज के जिम्मेदार लोगों ने जताई चिंता
- कहा-अपने पाव पर आप कुल्हाड़ी मार रहे हैं लोग
-सब्जी बाजारों व खाद्यान्न दुकानों पर भीड़ से बढ़ा जानलेवा संक्रमण का खतरा
-नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करवाने में शासन-प्रशासन को बहुत दिक्कत जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: शहर व आसपास में लॉकडाउन का उल्लंघन थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहा गत सप्ताह भर में कोविड-19 से दो लोगों की मौत व दस से अधिक लोगों के संक्रमित पाए जाने के बावजूद लोग गंभीर ही नहीं हो रहे हैं। प्रमुख मागरें पर तो फिर भी लॉकडाउन का असर दिखता है लेकिन अंदरूनी गली-मुहल्लों में नजारे कमोबेश आम दिनों जैसे ही हैं।
जगह-जगह सब्जी बाजारों व किराना व दुकानों में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इस दौरान एक दूसरे के बीच कम से कम एक मीटर की सामाजिक दूरी बना करही कुछ करने प्रति लोग एकदम से बेपरवाह बने हुए हैं। इस परिस्थिति पर समाज के जिम्मेदार बुद्धिसंपन्न लोगों ने घोर चिंता जताई है। उनका कहना है कि यह अपने पाव पर आप कुल्हाड़ी मारने जैसा घातक रवैया है। आखिर, अब कब लोग गंभीर होंगे? कोरोना वायरस के विश्वव्यापी महामारी वाले संक्रमण को हल्के में लेना बहुत बड़ी मूर्खता होगी जिसकी फिर भरपाई भी संभव नहीं हो पाएगी। समय रहते लोगों को गंभीरता बरतनी बहुत जरूरी है। <स्हृद्द-क्तञ्जस्>इंडिया लॉकडाउन<स्हृद्द-क्तञ्जस्> के 14वें व <स्हृद्द-क्तञ्जस्>बंगाल लॉकडाउन<स्हृद्द-क्तञ्जस्> के 15वें दिन गुरुवार को भी सिलीगुड़ी में आम दिनों जैसा ही नजारा रहा। जगह-जगह सब्जी बाजारों व खाद्यान्न दुकानों पर खरीदारी के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। क्त्रेता-विक्त्रेता किसी को सुरक्षा मानकों की कोई परवाह ही नहीं रही। हेड कवर व बॉडी कवर तो दूर की बात ज्यादातर लोग बिना मास्क व हैंड ग्लोव्स के ही नजर आए। कोरोना वायरस के जानलेवा संक्त्रमण संक्त्रमण से बचने के लिए
लोगों के बीच अनिवार्य कम से कम एक मीटर की सामाजिक दूरी रखने के प्रति हर कोई बेपरवाह ही रहा। वहीं, बेवजह बिना किसी काम के ही सड़कों, गलियों, मुहल्लों में मटरगश्ती करने वालों की संख्या भी कम न रही। इन सबसे निपटने में शासन-प्रशासन विशेष कर पुलिस का हाल बेहाल है। मगर, लोग हैं कि उन पर कुछ असर ही नहीं हो रहा है। प्रशासन व पुलिस ने जगह-जगह माइकिंग कर जागरूकता संदेश दिए, लोगों से सुरक्षा मानकों व नियमों के अनुपालन की अपील की, कोरोना वायरस के जानलेवा संक्त्रमण को फैलने से रोकने व लोगों की जीवन-सुरक्षा हेतु दुकानों व बाजारों में खरीदारों के सुरक्षित रहने हेतु एक-एक मीटर की दूरी पर गोल-गोल व चौकोर घेरे चिन्हित किए गए। कई जगह सड़क किनारे लगने वाले संकरे सब्जी बाजारों को निकटवर्ती मैदान में स्थानातरित कर दिया गया। मगर, सारे के सारे उपाय फेल हैं। यहा तक कि उल्लंघनकारियों से कान पकड़ कर उठक-बैठक करवाने व लाठी-डंडों से उनकी खबर लिए जाने का भी खासा प्रभाव नहीं पड़ रहा है।
इन तमाम कोशिशों के बावजूद लोग आवश्यक खरीद-बिक्री के लिए भीड़ लगाने यहा तक कि बेवजह सड़कों, गलियों व मुहल्लों में मटरगश्ती से बाज नहीं आ रहे हैं। इसे लेकर पुलिस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
ताश के पत्तों की आड़ में जुआ
ताश खेलकर लॉकडाउन का मजाक उड़ाया जा रहा है। निर्देशों को ताक पर रखकर लोग सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन कर रहे हैं। टाउन स्टेशन,महावीर स्थान, केला हाट, बागडोगरा, प्रधाननगर, माटीगाड़ा, खपरैल, शिवमंदिर, रेगुलेटेड मार्केट, एनजेपी, सिलीगुड़ी जंक्शन, फूलबाड़ी, कॉलेज पाड़ा, हैदरपाडा, बतासी, अधिकारी,खोरीबारी समेत शहर के ही दर्जन भर जगहों पर ताश का खेल जारी है। कहीं शौकिया ताश तो कहीं रुपया की उगाही को लेकर इसे जुए का रूप दे रहे हैं। ये लोग मोहल्ले की गलियों और सड़कों पर एक समूह बनाकर लगातार जुआ खेलते नजर आ रहे हैं। ये सिर्फ लॉक डाउन का उल्लंघन हीं नहीं कर रहे हैं बल्कि रुपये का दाव लगा रहे हैं। दूर से देखने पर पता चलता है कि लोग शौकिया ताश खेल रहे हैं, जब की रुपये का दाव भी लगाया जा रहा है। लोगों जानकारी होने के बावजूद भी वे लोग जागरूक करने की बजाय एक समूह बनाकर टाइम पास करने में लगे हुए हैं। ये लोग कोरोना संकट की गंभीरता को नहीं समझ रहे।
नशे लिए जुटी भीड़ को पुलिस ने खदेड़ा इन दिनों नशा के लिए सिलीगुड़ी महकमा के विभिन्न स्थानों पर नशे के लिए युवाओं की भीड़ जुट रही है। गुरुवार को नक्सलबाडी के भैंस बाजार में ऐसी भीड़ को पुलिस ने बल पूर्वक खदेड़ दिया। ऐसे युवक को पता होता है सोशल डिस्टेंसिंग क्या है। बावजूद वह परिवार और समाज के लिए महामारी को न्योता दे रहे हैं।