वन विभाग के पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ, जलास निजामतारा के ग्रामीण खुश
करीब तीन माह से देखा जा रहा तेंदुआ आखिरकार वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में फंस गया। अब ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Sun, 06 Jan 2019 10:57 AM (IST)Updated: Sun, 06 Jan 2019 10:57 AM (IST)
सिलीगुडी [जागरण संवाददाता]। पिछले तीन माह से तेंदुआ के आतंक के साये में से जी रहे जलास निजामतारा गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है। शनिवार की देर रात वन विभाग की टीम द्वारा लगाए गए पिंजरे में तेंदुआ आ फंसा। चिकित्सीय जांच के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
फांसीदेवा थाना प्रभारी सुजीत लामा ने कहा कि तीन माह से इस इलाके में एक तेंदुआ को गांववाले अक्सर देख रहे हैं। उसके डर से लोगों ने शाम होने के बाद ही घर से निकलना बंद कर दिया था। एक बार पहले भी उसे पकड़ने के लिए बागडोगरा वन विभाग की टीम ने पिंजरा लगाया था, लेकिन वह नहीं फंसा।
कुछ दिनों के बाद गांव के लोगों के मन से डर खत्म हो गया था। अचानक चार दिन पहले कुछ लोगों ने एक बार फिर तेंदुआ को देखा। उसके बाद बागडोगरा, सुकना और नक्सक्लबाड़ी वन विभाग की टीम ने आकर अलग तरीके से पिंजा लगाया। गांव के लोग दहशत में थे। अंततः शनिवार की रात तेंदुआ के आ जाने से ग्रामीणों में खुशी का ठिकाना नही है।
फांसीदेवा थाना प्रभारी सुजीत लामा ने कहा कि तीन माह से इस इलाके में एक तेंदुआ को गांववाले अक्सर देख रहे हैं। उसके डर से लोगों ने शाम होने के बाद ही घर से निकलना बंद कर दिया था। एक बार पहले भी उसे पकड़ने के लिए बागडोगरा वन विभाग की टीम ने पिंजरा लगाया था, लेकिन वह नहीं फंसा।
कुछ दिनों के बाद गांव के लोगों के मन से डर खत्म हो गया था। अचानक चार दिन पहले कुछ लोगों ने एक बार फिर तेंदुआ को देखा। उसके बाद बागडोगरा, सुकना और नक्सक्लबाड़ी वन विभाग की टीम ने आकर अलग तरीके से पिंजा लगाया। गांव के लोग दहशत में थे। अंततः शनिवार की रात तेंदुआ के आ जाने से ग्रामीणों में खुशी का ठिकाना नही है।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें