इस साल लक्खी पूजा दो दिन,बाजार में दिखी चहल पहल
-महंगाई के बाद भी खरीद करने वालों की भीड़ -सभी तैयारियां पूरीमहिलाओं में भारी उत्स
-महंगाई के बाद भी खरीद करने वालों की भीड़
-सभी तैयारियां पूरी,महिलाओं में भारी उत्साह
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शहर में शुक्रवार और शनिवार को लक्खी पूजा मनाई जाएगी। इस साल लक्खी यानी लक्ष्मी पूजा दो दिन है। इस अवसर को लेकर बाजार में विशेष चहल-पहल देखी गई। शहर का बाजार देवी लक्खी की प्रतिमाओं से सज गया है। छोटी-बड़ी सभी आकार की प्रतिमाएं बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। श्रद्धालु अपने बजट के अनुसार देवी लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते देखे गए। मूíतकारों का कहना है कि पूजा को लेकर एक पल की फुर्सत भी नहीं मिल रही है। वहीं पूजन सामग्री खरीदने वालों की भी भीड़ देखी गई। लखी पूजा को लेकर ईख, नारियल, कमल फूल सहित अन्य सामग्री की भी खूब माग रही। वहीं रेडिमेड अल्पना, देवी के पदचिन्ह इत्यादि भी बिकते देखे गए। विधान मार्केट, महाबीर स्थान सहित अन्य बाजारो में काफी गहमागहमी रही।
लखी पूजा पर श्रद्धालुओं में उत्साह है। उनका कहना है कि लक्खी पूजा को लेकर किसी प्रकार की कोताही नहीं करना चाहते हैं। हालाकि कई वस्तुओं के दाम बढ़े हुए हैं। फिर भी पूजा के लिए खरीदारी अवश्य करेंगे। इसी क्रम में फल- सब्जी इत्यादि की बिक्री भी खूब हुई।
दूसरी ओर लक्खी पूजा को लेकर महिलाएं बेहद उत्साहित नजर आ रही हैं। पूजा को लेकर महिलाएं घरों की साफ-सफाई के साथ उन्हें सजाने-संवारने में भी व्यस्त दिख रही है। मंदिर इत्यादि की साफ-सफाई की जा रही है। इसके अलावा साज-श्रृंगार की सामग्री भी खरीदी जा रही है। इस मौके पर वे देवी का भव्य श्रृंगार के साथ मंदिर को भी सजाएगी। वहीं नाडू यानी नारियल के लड्डू इत्यादि भी बनाए जाएंगे। बंगाली समुदाय में नारियल के लड्डू विशेष तौर पर प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाते हैं। जिसके लिए नारियल इत्यादि की खरीदारी की जा रही है। जिन्हें विशेष तौर पर प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाएगा। महिलाओं का कहना है कि वे देवी का स्वागत पुरी श्रद्धा और आस्था के साथ करना चाहते हैं। इसलिए अल्पना इत्यादि बनाने की तैयारी कर ली गई हैं। वहीं रेडिमेड अल्पना भी खरीद रही है। जबकि बाजार में लक्खी की छोटी-बड़ी सभी आकार की प्रतिमाएं बनाई जा रही है। जिन्हें श्रद्धालु अपने बजट के अनुरूप खरीद रहे हैं। पूजा के आयोजन में बहुत कम समय बचा है। श्रद्धालुओं का कहना है कि देवी लक्खी की पूजा कर मन को बेहद शांति मिलती है। ऐसे में पूजा कर सुख-समृद्धि की कामना करेंगे। इसके लिए खरीदारी की जा रही है। इस अवसर पर अल्पना बनाकर देवी का स्वागत करेंगे। वहीं उनके कदमों के चिन्ह बनाकर उनका स्वागत करेंगे ताकि देवी का आशीर्वाद उन पर बना रहे।