अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस की पूर्व संध्या पर कवि सम्मेलन आयोजित, आज निकलेगी शोभायात्रा
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस आज है। इसका आयोजन सिलीगुड़ी में भव्य तरीके से किया जा रहा है। आज शोभायात्रा निकाली जाएगी।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 10:20 AM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 10:20 AM (IST)
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। स्थानीय दीनबंधु मंच में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस उत्सव के तहत दूसरे दिन बुधवार की शाम सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। बांग्लादेश से आए संगीत शिल्पी सुकांत च्रकवर्ती व कोलकाता से आए संगीत शिल्पी अभिजीत मजूदार व अन्य कलाकार मंडलियों ने रवींद्र संगीत, नजरुल गीति आदि का रंग जमाया। इसके साथ पारंपरिक नृत्य की भी खूब समां बंधी। हर कोई मंत्रमुग्ध हो उठा।
उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (21 फरवरी) के उपलक्ष्य में शहर की सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था 'संप्रीति' (सिलीगुड़ी) की ओर से उक्त तीन दिवसीय उत्सव आयोजित किया गया है। आयोजक संस्था के अध्यक्ष जयंत कर ने कहा कि स्वस्थ संस्कृति, धर्म निरपेक्षता व स्वस्थ चेतना का संदेश देने के उद्देश्य से ही इस उत्सव का आयोजन किया गया है। इसमें बांग्ला, हिंदी, नेपाली आदि भाषाओं के कार्यक्रमों एवं लोक-संस्कृति के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। इसका मूल उद्देश्य 'संप्रीति' यानी सद्भाव है। इस शाम हिंदी काव्य-संध्या का भी रंग जमा।
उन्होंने बताया कि इस उत्सव के तीसरे व अंतिम दिन गुरुवार को दिन के 11:30 बजे महानंदा ब्रिज के निकट स्थित मास्टर दा सूर्यसेन की प्रतिमा के निकट से मातृभाषा दिवस की शोभायात्र निकाली जाएगी। इस अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा शहीद दिवस उत्सव में इस दिन आयोजक संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष ठाकुर पंचानन वर्मा विश्वविद्यालय (कूचबिहार) के परीक्षा नियंत्रक डॉ. अभिजीत देव एवं महासचिव डॉ. सुप्रकाश राय समेत सैकड़ों लोग सम्मिलित हुए।
दूसरी ओर सिलीगुड़ी महाविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर अजय साव के संचालन में काव्य-गोष्ठी भी हुई। इसमें सिलीगुड़ी महाविद्यालय के नेपाली विभाग से कवि प्रोफेसर तेजमन बराइली, कवि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सिंह, करण सिंह जैन, इरफान-ए-आजम, बबीता अग्रवाल 'कंवल', प्रियंका भगत व दीप नारायण साह आदि ने कविता पाठ सुनाया।
उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस (21 फरवरी) के उपलक्ष्य में शहर की सामाजिक-सांस्कृतिक संस्था 'संप्रीति' (सिलीगुड़ी) की ओर से उक्त तीन दिवसीय उत्सव आयोजित किया गया है। आयोजक संस्था के अध्यक्ष जयंत कर ने कहा कि स्वस्थ संस्कृति, धर्म निरपेक्षता व स्वस्थ चेतना का संदेश देने के उद्देश्य से ही इस उत्सव का आयोजन किया गया है। इसमें बांग्ला, हिंदी, नेपाली आदि भाषाओं के कार्यक्रमों एवं लोक-संस्कृति के कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया है। इसका मूल उद्देश्य 'संप्रीति' यानी सद्भाव है। इस शाम हिंदी काव्य-संध्या का भी रंग जमा।
उन्होंने बताया कि इस उत्सव के तीसरे व अंतिम दिन गुरुवार को दिन के 11:30 बजे महानंदा ब्रिज के निकट स्थित मास्टर दा सूर्यसेन की प्रतिमा के निकट से मातृभाषा दिवस की शोभायात्र निकाली जाएगी। इस अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा शहीद दिवस उत्सव में इस दिन आयोजक संस्था के कार्यकारी अध्यक्ष ठाकुर पंचानन वर्मा विश्वविद्यालय (कूचबिहार) के परीक्षा नियंत्रक डॉ. अभिजीत देव एवं महासचिव डॉ. सुप्रकाश राय समेत सैकड़ों लोग सम्मिलित हुए।
दूसरी ओर सिलीगुड़ी महाविद्यालय के हिंदी विभागाध्यक्ष एसोसिएट प्रोफेसर अजय साव के संचालन में काव्य-गोष्ठी भी हुई। इसमें सिलीगुड़ी महाविद्यालय के नेपाली विभाग से कवि प्रोफेसर तेजमन बराइली, कवि डॉ. राजेन्द्र प्रसाद सिंह, करण सिंह जैन, इरफान-ए-आजम, बबीता अग्रवाल 'कंवल', प्रियंका भगत व दीप नारायण साह आदि ने कविता पाठ सुनाया।
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