15 नवंबर के बाद उत्तर प्रदेश जाएंगी ममता
-कमलापति के परिवार ने थामा तृणमूल का दामन -कहा-भाजपा को चुनौती देने में सक्षम नहीं है क
-कमलापति के परिवार ने थामा तृणमूल का दामन
-कहा-भाजपा को चुनौती देने में सक्षम नहीं है कांग्रेस
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी:उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी के पौत्र राजेशपति त्रिपाठी और प्रपौत्र ललितेशपति त्रिपाठी ने काग्रेस छोड़ कर तृणमूल का दामन थाम लिया। इसके साथ ही ममता ने 15 नवंबर के बाद उत्तर प्रदेश जाने की घोषणा कर दी है। वहां कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होना है।
सोमवार को सिलीगुड़ी स्थित मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी घोषणा की। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सासद अभिषेक बनर्जी के साथ राजेशपति त्रिपाठी और ललितपति त्रिपाठी भी उपस्थित रहे। राजेशपति त्रिपाठी ने कहा कि पूरे देश मे भाजपा के खिलाफ तृणमूल एक बड़ी ताकत के रुप मे उभर रही है। ममता बनर्जी ही भाजपा को चुनौती दे सकती है। कांग्रेस के संबंध में उन्होंने कहा कि कांग्रेस कमजोर हो गई है। यह पार्टी भाजपा को चुनौती देने की स्थिति में नहीं है। देश भर में कांग्रेसी भाजपा को चुनौती देने वाले नेता तलाश रहे हैं। ममता बनर्जी भाजपा को हर स्तर पर चुनौती देने में सक्षम हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कमलापति त्रिपाठी और उनके परिवार की स्वतंत्रता आदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार के खिलाफ लड़ाई इन स्वाधीनता संग्राम में भूमिका निभाने वाले परिवार को साथ लेकर ही करेंगे। राजेशपति त्रिपाठी काग्रेस से एमएलसी रह चुके हैं, वहीं उनके बेटे ललितेश त्रिपाठी उत्तर प्रदेश काग्रेस के उपाध्यक्ष और मिर्जापुर के मारिहान विधान सभा क्षेत्र से वर्ष 2012-17 में एमएलए रह चुके हैं। इन दोनों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को उत्तर प्रदेश में आगमन और विश्वनाथ दर्शन का न्यौता दिया। जिसे मुख्यमंत्री नर सहर्ष स्वीकार करते हुए 15 नवंबर के बाद उत्तर प्रदेश जाने की बात कही। राजेशपति त्रिपाठी ने कहा कि काग्रेस अपनी विचारधारा से भटक गई है। लेकिन हम गाधी की विचारधारा का अनुकरण कर जनता की सेवा करने में विश्वास करते हैं। इसलिए हमने ममता बनर्जी जैसे नेतृत्व के साथ हुए हैं। जब ममता बनर्जी बंगाल में 34 वषरें के माकपा शासन को जड़ से उखाड़ फेंका तो ममता बनर्जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में भी बदलाव अवश्य होगा। वहीं ललितेश त्रिपाठी ने भी ममता के नेतृत्व की सराहना की।