कोरोना सतर्कता के मद्देनजर जुलूस-ए-मुहम्मदी नहीं
-पैंगबर हजरत मुहम्मद साहब के जन्म दिवस पर कहीं नहीं होगा कोई बड़ा आयोजन -अपने-अपने
-पैंगबर हजरत मुहम्मद साहब के जन्म दिवस पर कहीं नहीं होगा कोई बड़ा आयोजन
-अपने-अपने इलाके में लोग छोटे स्तर पर करेंगे आयोजन, 30 अक्टूबर को ईद मीलाद-उन-नबी जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शहर के इस्लाम धर्मावलंबी मुस्लिम समुदाय के लोग कोरोना महामारी के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरतते हुए इस बार पैंगबर हजरत मुहम्मद साहब के जन्म दिवस पर शहर में जुलूस-ए-मुहम्मदी नहीं निकालेंगे। यह जानकारी अंजुमन खिदमत-ए-खल्क की ओर से मंगलवार को सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट्स क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अंजुमन के सचिव फिरोज अहमद खान ने दी। उन्होंने बताया कि बीते रविवार को शहर के आसपास के सभी मुस्लिम संगठन-संस्थाओं के प्रतिनिधियों संग बैठक कर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया है। कोरोना महामारी से बचाव की दिशा में इस बार पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब के जन्म दिवस पर शहर में सार्वजनिक रूप में कहीं भी कोई बड़ा आयोजन नहीं होगा। मुस्लिम धर्मावलंबी अपने-अपने इलाके में स्थानीय व छोटे स्तर पर ही आयोजन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि आगामी 30 अक्टूबर को इस्लामी कैलेंडर की तारीख 12 रबी-उल-अव्व्ल को इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब का 1449वां जन्म दिवस है। इसे ईद मीलाद-उन-नबी के रूप में मनाया जाता है। इस उपलक्ष्य में हर साल शहर में विशाल जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाले जाने की परंपरा रही है जो कि इस बार कोरोना सतर्कता के तहत नहीं होगी। वैसे स्थानीय स्तर पर छोटे-मोटे आयोजन होंगे। इस कड़ी में अंजुमन की ओर से आगामी 28 अक्टूबर को सुबह 10 बजे कर्बला मैदान में महफिल-ए-पैगाम-ए-मदीना का आयोजन किया गया है। इसके साथ ही 30 अक्टूबर को सुबह नौ बजे सिलीगुड़ी जामा मस्जिद (हाशमी चौक-हिलकार्ट रोड) में सलात-व-सलाम का आयोजन किया गया है। इसमें विभिन्न मस्जिदों के इमामों व मुस्लिम धर्मगुरु उलेमाओं के सान्निध्य में मुस्लिम धर्मावलंबी कम संख्या में सम्मिलित होंगे।
इस दिन संवाददाता सम्मेलन में अंजुमन खिदमत-ए-खल्क के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद इलयास अशरफी, कोषाध्यक्ष राशिद रजा, कलीम अख्तर अशरफी व अन्य कई मौजूद रहे।