'कोरोना को धन्यवाद, बहुत कुछ बेहतर कर दिया'
वेबिनार अनलॉक सेल्स (एपिसोड-04) -अब धीरे-धीरे पटरी पर आने लगा है ऑटोमोबाइल व पर्य
वेबिनार : 'अनलॉक सेल्स' (एपिसोड-04) -अब धीरे-धीरे पटरी पर आने लगा है ऑटोमोबाइल व पर्यटन जगत
-अब हर एक परिवार में एक से ज्यादा गाड़ी व बड़े घर की मांग बढ़ी जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना महामारी भले ही बहुत ही बुरे रूप में आई लेकिन इसने उम्मीद के विपरीत बहुत कुछ नया व बेहतर भी दिया है। यहा सिलीगुड़ी केंद्रित उत्तर बंगाल के उद्योग व व्यवसाय जगत को इसने बहुत सी नई-नई राहें व कामयाबी दिखाई हैं। ये बातें यहा के कई प्रतिष्ठित व्यवसायियों व युवा उद्यमियों के अनुभव और विचारों से उभर कर सामने आई हैं। यह दैनिक जागरण (सिलीगुड़ी) की ओर से गुरुवार शाम आयोजित 'अनलॉक सेल्स/बिजनेस' (एपिसोड-04) वेबिनार का मौका था। कोरोना महामारी से पहले और कोरोना महामारी के दौरान और अब अनलॉक के चरणों में व्यवसाय जगत का क्या हाल है? इसी से आम लोगों को रू-ब-रू कराने के उद्देश्य से ही इसका आयोजन किया गया था। इसमें शहर के कई जाने-माने व्यवसायियों व युवा उद्यमियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
पर्यटन उद्यम जगत के दिग्गज सम्राट सान्याल ने कहा कि कोरोना ने सबसे बुरा हाल पर्यटन का ही किया। मगर, अब धीरे-धीरे चीजें पटरी पर आने लगी हैं। गत छह-सात महीने लॉक रहे लोग अब थोड़ा रिफ्रेश होना चाहते हैं। इसलिए वे सैर-सपाटे को निकलने लगे हैं। हालांकि, ट्रेनों का परिचालन स्वाभाविक नहीं होने के चलते अभी भी पर्यटन जगत प्रभावित ही है। ऊपर से इधर बरसात के चलते जगह-जगह रोड की हालत भी खराब हो गई है। सो, इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। इससे पर्यटन जगत को बड़ा सहारा मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अब ड्राइव इन कांसेप्ट और पॉपुलर होगा। मतलब, लोग अपने राज्य व आसपास के राज्यों में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के बजाय अपने ही वाहनों से आवाजाही पसंद करेंगे। यह प्रवृत्ति शुरू हो चुकी है। यह पर्यटन जगत के लिए उम्मीद की नई किरण है। उन्होंने बताया हर साल पूजा उत्सवों के समय यहां दार्जिलिंग, सिक्किम व डुवार्स में होटल व लॉज 85 से 100 प्रतिशत तक पर्यटकों से भरे रहते थे। पर, इस बार वह आंकड़ा 15 से 20 प्रतिशत लगभग है। पूजा उत्सव के समय आम वर्षो में यहां रोजाना आने वालों पर्यटकों की संख्या पांच हजार से ज्यादा हुआ करती थी जो कि अभी पांच-छह सौ ही है। अगर ट्रेन आदि की कनेक्टिविटी बेहतर होती तो यह आंकड़ा और भी बेहतर होता। खैर, उम्मीद है कि जल्द ही सब कुछ बेहतर हो जाएगा।
सिलीगुड़ी के रिअल इस्टेट कंसल्टेंट योगेश मित्तल ने कहा कि कोरोना ने सबको घर पर रहना व घर की अहमियत को समझना सिखा दिया है। अब वर्क फ्रॉम होम की प्रवृत्ति ने भी घर के महत्व को और बढ़ा दिया है। अब नई जरूरतों के अनुरूप लोग घर चाहने लगे हैं। अब 2बीएचके फ्लैट की जगह बड़े फ्लैट की मांग बढ़ने लगी है। कोरोना महामारी के चलते गत चार पांच रिअल इस्टेट कारोबार भले ही कम रहा लेकिन अब जो रिस्टार्ट हुआ है तो कम वैल्यू नहीं बल्कि समान व ज्यादा वैल्यू के साथ हुआ है। यहां तक फ्लैटों की मांग बढ़ी है। यह अनुमान है कि अगले मार्च 2021 तक 10,000 फ्लैट की मांग साकार होगी। एक अहम बात यह भी कि इधर होम लोन इंटरेस्ट की दर सात प्रतिशत से नीचे आ गई है जो पहले कभी नहीं थी। इसलिए यह समय घर खरीदने का सबसे बेहतर समय है।
सिलीगुड़ी के ईस्टर्न बाई पास में एक बहुउद्देश्यीय क्लब चलाने वाले उद्यमी शुभाशीष पाल ने कहा कि उनके यहां पहले से स्वीमिंग, जिम, स्पा आदि सेवाएं थी ही। अब रेस्टोरेंट व न्यू एडिशन के रूप में 10000 वर्गफीट का बैंक्वेट हॉल व सेलिब्रेशन हॉल भी जुड़ा है। सिक्किम, डुवार्स व बिहार से भी लोग शादी कराने यहां आते हैं। उन्हें ही सुविधाएं प्रदान करने को यह नया आयाम है। उन्होंने भी कहा कि अब अच्छे दिन आने वाले हैं।
खाद्यान्न सामग्री के कारोबारी राजेश राठी ने कहा कि कोरोना महामारी भले ही अन्य सेक्टर के लिए बुरी रही हो पर हमारे खाद्यान्न सामग्री सेक्टर के लिए बेहतर ही नहीं बल्कि बहुत बेहतर रही। कोविड टाइम में पैनिक पर्चेज के कारण ग्रॉसरी आइटम का सेल बेतहाशा बढ़ा था। तब, अन्य वर्षो की तुलना में किराना कारोबारी कम से कम पांच गुना ज्यादा फायदे में थे। कोरोना ने हमारे कारोबार को एक नया आयाम भी दिया। ऑनलाईन ऑर्डर व डोर डिलिवरी। इससे कारोबार को नया विस्तार व नई मजबूती मिली है। इधर, अनलॉक चरणों में कारोबार थोड़ा कम हो गया। मगर, अब फिर पूजा उत्सव के माहौल में बढ़ने लगा है।
इस अवसर पर वित्त व निवेश सलाहकार बीजू चक्रवर्ती ने कहा कि कोरोना ने जो एक सबसे अहम चीज हमें सिखाई है वह यह कि हम सेविंग्स पर खासा ध्यान दें। ऐसे बुरे समय में सेविंग्स बड़ी राहत देती है। अब यह बड़ी खुशी की बात है कि कोरोना महामारी व लॉकडाउन के बाद अब धीरे-धीरे सब कुछ बेहतर होने लगा है। पर, जो हालात से हम सब गुजरे हैं, उस हालात में कारोबारियों और उद्यमियों को चाहिए कि वे लिक्विडिटी पर खास ध्यान रखें। ऐसी जगह वित्तीय निवेश करें जहा से लिक्विडिटी की समस्या न हो सके। जब भी आवश्यकता हो राशि अपने हाथ में रहे, ऐसे निवेश की ओर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
इस अवसर पर युवा उद्यमी व 'परिचय' संस्था के कर्ता-धर्ता अंकुश अग्रवाल ने दैनिक जागरण की इस पहल के प्रति आभार जताया व धन्यवाद दिया। उन्होंने कोरोना को भी नई राहें, नए अवसर, नए आयाम दिखाने के लिए धन्यवाद दिया। उल्लेखनीय है कि 'दिल्ली पब्लिक स्कूल' सिलीगुड़ी व फूलबाड़ी और 'वेलमैग' इस आयोजन में सहायक रहा। दैनिक जागरण (सिलीगुड़ी) के फेसबुक पेज के माध्यम से इसका सीधा प्रसारण किया गया जिसे हजारों लोगों ने देखा। --------------
कोरोना ने बताया कि सेहत ही दौलत है: नितिन खुराना
उत्तर बंगाल में ऑटोमोबाइल जगत के दिग्गज नितिन खुराना ने कहा कि कोरोना ने सबसे बड़ी सीख हमें यह दी कि इसने हमें अपने, अपने परिजनों व नजदीकी लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना सिखा दिया। यह गंभीरता से बता दिया कि सेहत ही दौलत है। हम ठीक रहेंगे तभी काम-धाम व कारोबार या कुछ भी कर पाएंगे। अब रही बात कारोबार की तो कोरोना महामारी के चलते ऑटोमोबाइल सेक्टर बहुत प्रभावित हुआ है। मगर, अब अनलॉक चरणों में लगभग 75 प्रतिशत रिकवरी हो गई है। कोरोना संक्रमण के खौफ से लोग अब पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जगह निजी वाहनों को प्राथमिकता देने लगे हैं। पहले जो 'एक परिवार, एक गाड़ी' की अवधारणा थी वह अब बदलने लगी है। अब अनेक परिवार में एक से ज्यादा गाड़ी का चलन बढ़ा है। टू व्हीलर्स व छोटी कार की मांग बढ़ी है। सब कुछ धीरे-धीरे बैक टू नॉर्मल हो रहा है। जल्द ही शत प्रतिशत रिकवर कर लेने की उम्मीद करते हैं।
-------------------- वित्तीय राहत के लिए बैंकों ने उठाए कई कदम:संजीव कुमार
यूनियन बैंक के सिलीगुड़ी मुख्यालय क्षेत्र के सहायक महाप्रबंधक संजीव कुमार ने कहा कि कोरोना ने वास्तव में हमें बहुत प्रभावित किया। उस दौरान लोगों को वित्तीय राहत देने हेतु रिजर्व बैंक और भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने बहुत से कदम उठाए। बैंकों द्वारा उद्योग जगत को लेबर पेमेंट, इलेक्ट्रिसिटी पेमेंट आदि खर्चो के निपटारे हेतु अतिरिक्त ऋण सुविधा दी गई। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय ने जो 20 लाख करोड़ रुपये का वित्तीय राहत पैकेज दिया उसके तहत यहां हमारे बैंक की ओर से लगभग 1900 बॉरोअर्स को 12 करोड़ रुपये के कोविड पर्सनल लोन दिए। होम लोन में भी बड़ी राहत दी गई। अब अनलॉक चरणों में सब कुछ रि-स्टार्ट के लिए फंड की जरूरत होगी। उसके लिए भी फंड मुहैया कराने को हम बैंकर तैयार हैं। हम बैंकर लोग ही हैं जो अपने कर्जदार की सलामती की दुआ करते रहते हैं कि वे सलामत रहें। फलते रहें, फूलते रहें, ताकि हम भी सलामत रहें। अब पोस्ट कोविड भी हम पूरी तरह से तैयार हैं जरूरतमंदों के साथ खड़े रहने के लिए।