बोल्डर निर्यात विवाद अब परिवहन मंत्री के द्वार
- 22 को मुख्यमंत्री से भी होगी मुलाकात की कोशिश -फूलबाड़ी सीमा से बांग्लादेश निर्यात कार
- 22 को मुख्यमंत्री से भी होगी मुलाकात की कोशिश
-फूलबाड़ी सीमा से बांग्लादेश निर्यात कारोबार बंद
-भारतीय ट्रकों के साथ ही भूटानी ट्रकों के प्रवेश पर भी रोक
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : फूलबाड़ी सीमा होकर भारत से बांग्लादेश निर्यात होने वाले बोल्डर कारोबार में जारी विवाद अब राज्य के परिवहन मंत्री के द्वार पहुंच गया है। आंदोलनकारियों ने इस समस्या के समाधान की मांग परिवहन मंत्री से की है। फूलबाड़ी ट्रक ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन ने सदस्यों ने राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी से तत्काल पूरे मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। इसके अलावा 22 अक्टूबर को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी मिलने की कोशिश की जाएगी। इसके अतिरिक्त 17 अक्टूबर को आंदोलनकारियों की बैठक जलपाईगुड़ी जिला पुलिस अधीक्षक के साथ होनी है।
एक महीने से भी अधिक समय से फूलबाड़ी सीमांत से बांग्लादेश बोल्डर निर्यात व्यापार पर ग्रहण लगा हुआ है। पता नहीं किन कारणों से पहले बोल्डर लदे भारतीय ट्रकों को सीमा पार जाने से रोक दिया गया। उसके बाद गुस्साए भारतीय ट्रक मालिकों ने आंदोलन शुरू कर भूटान ट्रकों को बांग्लादेश जाने से रोक दिया। विवाद दिन पर दिन जोरों पर है। ओवरलोडिंग व पार्किग की समस्या को लेकर सिंडिकेट राज की बात भी सामने आ रही है। इस सिंडीकेट राज को संरक्षण देने में जलपाईगुड़ी जिला परिषद के सदस्य व डाबग्राम-फूलबाड़ी ब्लॉक तृणमूल नेता देवाशीष प्रमाणिक का नाम जुड़ गया है। मंगलवार से ट्रक मालिकों के एक और गुट ने भूटान ट्रकों से व्यापार बंद करने की मांग पर मोर्चा खोला है। फिलहाल फूलबाड़ी होकर अंतरराष्ट्रीय व्यापार पूरी तरह से ठप है।
आंदोलनकारी फूलबाड़ी ट्रक ऑनर वेलफेयर एसोसिएशन का कहना है कि एक गहरी साजिश के तहत भारतीय ट्रकों पर रोक लगाई गई है ताकि भूटान ट्रकों से सिंडिकेट राज के लोग अधिक उगाही कर सकें। मंगलवार पत्रकारों को संबोधित करते हुए संगठन की ओर से राजू दास ने बताया कि ओवरलोडेड भूटानी ट्रकों की आवाजाही से राज्य सरकार को रोजाना करोड़ो रूपए की हानि है। वहीं भारतीय ट्रकों के बंद होने से केंद्र व राज्य सरकार दोनों को नुकसान है। इस समस्या समाधान के लिए राज्य के परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा गया है। उन्होंने तत्परता के साथ समस्या समाधान व सिंडिकेट राज चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाई का भरोसा दिया है। वहीं,21 अक्टूबर को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सिलीगुड़ी पहुंच रही हैं। उनसे मिलने की कोशिश की जा रही है। भूटान ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ कार्यवाई के लिए 17 अक्टूबर को जलपाईगुड़ी जिला पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक तय है।
आरोप लगाने वाले पर मानहानि का दावा
दूसरी तरफ जलपाईगुड़ी जिला परिषद सदस्य व तृणमूल नेता देवाशीष प्रमाणिक के खिलाफ सिंडिकेट राज के संरक्षण का आरोप लगाने वाले युवक पर देवाशीष प्रमाणिक ने 1 करोड़ रुपए के मानहानि का दावा ठोका है। बल्कि फूलबाड़ी पथसाथी में कार्यरत उसकी मां को भी काम से निकलवा दिया है। राजू दास ने बताया कि राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव के साथ बैठक की गई। जहां देवाशीष प्रमाणिक भी मौजूद थे। लेकिन उन्होंने भारतीय भारतीय ट्रक मालिकों की समस्या छोड़कर भूटान ट्रकों की पैरवी की। इसी वजह से उनके खिलाफ आवाज उठना शुरू हुआ है।