आयकर की रेड से भड़के व्यापारी,अधिकारियों को बनाया बंधक
-कार्रवाई के खिलाफ धड़ा-धड़ बंद हुई दुकानें -सड़क जाम कर चला विरोध प्रदर्शन का दौर
-कार्रवाई के खिलाफ धड़ा-धड़ बंद हुई दुकानें
-सड़क जाम कर चला विरोध प्रदर्शन का दौर
-भारी संख्या में पुलिस बल के साथ रैफ की भी तैनाती -दिन भर सेवक रेड पर बनी रही गहमा-गहमी
-कारोबारी संगठनों ने बड़े आंदोलन की दी चेतावनी जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : आयकर विभाग की टीम को सेवक रोड स्थित आयरन उद्योग प्रतिष्ठान में रेड करना मंहगा पड़ गया। ऐसे आयकर अधिकारियों का कहना है कि वे सर्वे करने गए थे। गुरूवार को आयकर विभाग की एक टीम सेवक रोड स्थित आयरन उद्योग प्रतिष्ठान में सर्वे के लिए पहुंची। आयकर की टीम ने पहुंचते ही प्रतिष्ठान के सभी फोन व मोबाइल को बंद कराया और जांच शुरू कर दी। इस बात की भनक देखते-देखते शहर के व्यापारियों और उनसे जुड़े विभिन्न संगठनों तक पहुंची। वहां भीड़ लगनी शुरु हो गई। व्यापारियों का आरोप है कि परेशान करने के लिए यह कार्रवाई की जा रही है। आयकर विभाग की इस कार्रवाई से व्यापारियों का गुस्सा भड़क गया। व्यापारियों ने इसका विरोध किया। भीड़ ने आयकर अधिकारियों को प्रतिष्ठान के अंदर ही बंधक बना लिया। काफी देर तक बात नहीं बनते देख आसपास के दुकानों को भी बंद कर व्यापारियों ने सेवक रोड को जाम कर दिया। स्थिति बिगड़ते देख सिलीगुड़ी पुलिस की टीम वहां पहुंची। उसके बाद भी बात नहीं बनी। उसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल लेकर एसीपी देवाशीष दास भी मौके पर पहुंचे। पानीटंकी ओपी के साथा सिलीगुड़ी थाना पुलिस और डीडी की टीम भी वहां पहुंचकर किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए तत्पर हो गई। शाम होते-होते वहां रैफ की टीम को भी बुलाया गया। सेवक रोड में हार्डवेयर प्रतिष्ठानों के बंदी और आयकर अधिकारियों को बंधन बने होने की जानकारी मिलने पर शहर के दूसरे क्षेत्र में भी बड़ी संख्या में व्यापारी आए जो आक्रोशित हो रहे थे। अधिकारियों के सामने ही मीडिया से बात करते हुए व्यापारी मुकेश अग्रवाल व विकास अग्रवाल समेत सिलीगुड़ी मर्चेट एसोसिएशन के सचिव गौरी गोयल व संदीप अग्रवाल ने कहा कि जब वित्त मंत्री सदन के अंदर व्यापारियों की हित की बातें करती है तो फिर सर्वे के नाम पर बिना किसी नोटिस के कैसे आयकर अधिकारी इस प्रकार की कार्रवाई कर रहे हैं। अगर निष्पक्ष जांच करनी है तो आयकर विभाग के अधिकारियों की संपत्ति की जांच होनी चाहिए। अगर कोई व्यापारी कर की चोरी करता है तो नियमानुसार कार्रवाई हो। व्यापारियों द्वारा इसका समर्थन किया जाएगा। व्यापारियों ने आयकर विभाग की मनमानी के खिलाफ समय आने पर बंद बुलाने की चेतावनी भी दी।
छह घंटे बाद मिली मुक्ति
शाम करीब छह बजे बंधक बने आयकर अधिकारियों को पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच बाहर निकालकर सुरक्षित भेजा गया। करीब 6 घंटे तक ये लोग बंधक बने रहे। आयकर अधिकारियों का कहना है कि वे इस प्रतिष्ठान द्वारा रिर्टन में आ रही गड़बड़ी को देखते हुए ही सर्वे के लिए आए थे। व्यापारी सहयोग करने के बदले सरकारी काम में बाधा डालने लगे। इस प्रकार तो सरकारी काम करना मुश्किल हो जाएगा। तृणमूल ने केंद्र पर बोला हमला
व्यापारियों के विरोध को देखते हुए वहां तृणमूल कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रंजन सरकार उर्फ राणा अपनी टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर आयकर विभाग के अधिकारी यहां प्रतिष्ठित व्यापारियों को तंग करने में लगे हैं। इस प्रकार की कार्रवाई नहीं रुकी तो तृणमूल कांग्रेस व्यापारियों के साथ मिलकर आंदोलन करेगी। सिलीगुड़ी में किसी भी व्यापारियों के साथ तृणमूल कांग्रेस इस प्रकार के रवैये को नहीं मानेगी।
व्यापारियों की बैठक आज
व्यापारियों की ओर से गौरी शंकर गोयल ने बताया कि शुक्रवार को बंद नहीं बुलाया गया है। हार्डवेयर मर्चेट एसोसिएशन में शुक्रवार को इस मामले को लेकर बैठक है। इसमें आंदोलन और बंद पर फैसला लिया जाएगा। आयकर आयुक्त के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर सभी विभागों को भेजेंगे। इसी बैठक में आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।