हिदी खतरे में नहीं, हमारे कतरे-कतरे में है
हिन्दी दिवस -उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय में हिदी दिवस समारोह आयोजित जागरण संवाददाता
फोटो : संजय 14 -उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय में हिदी दिवस समारोह आयोजित
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय (एन. बी. यू.) के हिदी विभाग में शुक्रवार 20 सितंबर को हिदी दिवस समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर हिदी विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. मनीषा झा ने वक्तव्य रखते हुए हिदी भाषा के विकास में बंगाल की भूमि के महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित किया। इसके साथ ही संकल्प के तौर पर हिदी भाषा के अधिकाधिक उपयोग पर बल दिए जाने की वकालत की। प्राध्यापक डॉ. विजय प्रसाद ने हिदी भाषा के प्रति हीनता-बोध का विरोध करते हुए कहा कि अपनी भाषा हिदी पर हमें गर्व होना चाहिए। हिदी विभागाध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार द्विवेदी ने विद्यार्थियों को हिदी दिवस की महत्ता बताई। उन्होंने कहा कि हिदी केवल एक भाषा नहीं अपितु एक जातीयता व एक संस्कृति की पहचान है। उन्होंने कहा कि हिदी संपर्क ही नहीं बल्कि संबंध स्थापित करने की क्षमता रखने वाली भाषा है। यह तोड़ती नहीं, जोड़ती है।
इस अवसर पर विभाग में स्वरचित काव्य प्रतियोगिता एवं आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। स्वरचित काव्य प्रतियोगिता में श्वेता गुप्ता, पूजा झा एवं सीमा साह ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। आशु भाषण में में रूबी कुमारी, काजल गुप्ता व ज्योति भट्ट ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल किया। शोधार्थी अनिल कुमार गुप्ता ने काव्य पाठ व छात्र राज किशोर पासवान ने काव्य गीत प्रस्तुत कर खूब समां बांधा। विभाग के भूतपूर्व छात्र मनोहर एवं राजू ने स्वरचित कविता का पाठ किया।
समारोह में विभागीय शिक्षक, शोधार्थीगण, भूतपूर्व एवं वर्तमान अनेक छात्र-छात्रों ने भाग लिया। इसका सफल संचालन ज्योति भट्ट, पूजा झा, इंदू ठाकुर व सीमा साह ने किया। अंत में 'हिदी खतरे में नहीं, हमारे कतरे-कतरे में है' के संदेश के साथ शोधार्थी सरोज लामा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।