मूसलधार बारिश से जनजीवन तहस-नहस
-जगह-जगह पहाड़ पर भूस्खलन व समतल में जलजमाव -नदियों का जलस्तर बढ़ा अभी और दो दिन जारी रहेगी
-जगह-जगह पहाड़ पर भूस्खलन व समतल में जलजमाव
-नदियों का जलस्तर बढ़ा, अभी और दो दिन जारी रहेगी मुसीबत -सिलीगुड़ी पुलिस ने जारी की सलाह, गैर जरूरी यात्रा से करें परहेज -अगले आदेश तक सिलीगुड़ी से 29 माइल बड़े वाहनों के जाने पर रोक -21 अक्टूबर तक ऐसा ही बिगड़ा रहेगा मौसम का मिजाज जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी शहर व आसपास समेत पूरे उत्तर बंगाल में बीते सोमवार की शाम के बाद से मंगलवार रात खबर लिखे जाने तक लगातार जारी रही मूसलधार बारिश के चलते यहा जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो कर रह गया। दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र में जगह-जगह भूस्खलन और सिलीगुड़ी समतल क्षेत्र में नदियों के जलस्तर में वृद्धि व जगह-जगह जल जमाव के चलते लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। किसी प्राकृतिक आपदा से इतर, आम रूप में बारिश के चलते मौसम की ऐसी भयावहता वर्तमान दशक में इससे पहले कभी नहीं देखी गई। मौसम की प्रतिकूल परिस्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की ओर से <स्हृद्द-क्तञ्जस्>यात्रा सलाह<स्हृद्द-क्तञ्जस्> भी जारी की गई है। कहा गया है कि लोग गैर जरूरी यात्रा से परहेज करें। अत्यंत आवश्यक कोई कार्य या आपात परिस्थिति हो तभी घर से बाहर निकलें। सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की ओर से यह भी कहा गया है कि अगले आदेश तक लोग सिलीगुड़ी से 29 माइल की ओर न जाएं। वहा एनएच-10 पर बहुत विशाल भूस्खलन हुआ है जिसके मलबों को हटाने में काफी समय लगेगा। उसके बाद ही उक्त मार्ग आवाजाही योग्य हो सकेगा। यह भी कहा गया है कि यदि अत्यंत आवश्यक परिस्थिति में यात्रा करनी ही हो तो गाड़ी की पार्किंग लाइट ऑन रख कर गाड़ी चलाएं। वहीं, कहीं भी सड़क पर गाड़ी खड़ी न करें, बल्कि, सड़क से हट कर एकदम किनारे की ओर गाड़ी लगाएं। मौसम संबंधी मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर ही पुलिस ने यातायात सलाह जारी की है। दार्जिलिंग जिला प्रशासन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र के गोके-सिंग्ले बाजार रोड पर भी भूस्खलन हुआ है। वहीं, बिजनबाड़ी अंतर्गत धोत्रे-रिम्बिक मार्ग में एक लोहा पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है।सुखियापोखरी से मानेभंजयंग तक की कनेक्टिविटी भी प्रभावित है। संदकफू और मानेभंजयंग में कुछ पर्यटक भी अटक कर रह गए हैं। सिलीगुड़ी के निकट सेवक व कालीझोड़ा में पहाड़-समतल जाने-आने वाले अनेक वाहन काफी देर तक सड़क पर ही अटके रहे। इसके साथ ही पार्वत्य क्षेत्र की कई ग्रामीण सड़कें भी प्रभावित हुई हैं। कुछ स्थानों पर मकानों के भी क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिली है। जिला प्रशासन द्वारा मरम्मत व राहत कार्य शुरू कर दिया गया है। अभी तक किसी के घायल होने या किसी की जान जाने की खबर नहीं है। प्रभावित परिवारों को जिला प्रशासन की ओर से राहत दी जा रही है। दूसरी ओर, दार्जिलिंग पार्वत्य क्षेत्र की अन्य मुख्य सड़कें, एनएच-55, रोहिणी रोड आदि यातायात के लिए खुली हैं। जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार बारिश कम होने के बाद भूस्खलन स्थलों पर मरम्मत का काम शुरू किया जाएगा। अधिकांश नदियां उफान पर
इधर, दार्जिलिंग जिला के सिलीगुड़ी समतल क्षेत्र में भी मुसलसल 24 घटे से जारी मूसलधार बारिश के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित होकर रह गया है। शहर की महानंदा, फूलेश्वरी, जोरापानी, पंचनेई व बालासन आदि नदियों में जलस्तर बढ़ गया है। जगह-जगह जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है। नदियों किनारे के इलाकों में तो घर-घर में पानी घुस गया है।वहीं, शहर भर के नाले लबालब हो उठे हैं। कई जगह सड़कों पर जलजमाव उत्पन्न हो गया है। शहर के महानंदा पाड़ा, संतोषी नगर, गंगा नगर आदि इलाकों में कुछ-कुछ घरों में भी पानी घुस आया। मूसलधार बारिश के चलते इस दिन शहर के विभिन्न बाजार भी लगभग लगभग बंद रहे। इक्का-दुक्का दुकानें ही खुली रहीं। वहीं, सब्जी बाजारों में भी इक्का-दुक्का लोग ही नजर आए। शहर के निकट डाबग्राम, फूलबाड़ी, माटीगाड़ा के पंचायत क्षेत्रों एवं थोड़ी दूर नक्सलबाड़ी व खोरीबाड़ी प्रखंड इलाकों में भी बारिश ने जनजीवन को काफी प्रभावित किया है। सब कुछ अस्त-व्यस्त करके रख दिया है। 24 घटे की मूसलधार बारिश ने यहा आम जनजीवन से लेकर, यात्रा, फरिवहन व कारोबार सब कुछ का 12 बजा दिया। अब तो लोग बस बारिश के थमने की ही कामना कर रहे हैं। मगर, मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी और यानी 21 अक्टूबर तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बिगड़ा रहेगा। कहां कितनी बारिश
सिलीगुड़ी-109.6 मिमी
गंगटोक-59.6 मिमी
जलपाईगुड़ी-79.9 मिमी
कूचबिहार-45.5 मिमी