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Corona in Bengal: अगस्त में ठीक हुआ व्यक्ति अब फिर कोरोना संक्रमित, चिंता बढ़ी

कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद पूरी तरह ठीक हो चुका एक व्यक्ति अब पुनः कोविड-19 पॉजिटिव हो गया है। यह मामला पश्चिम सिक्किम जिले का है। वहां के डीएम कर्मा आर. बोनपो ने भी इसकी पुष्टि की है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Fri, 06 Nov 2020 12:47 PM (IST)Updated: Fri, 06 Nov 2020 12:52 PM (IST)
Corona in Bengal: अगस्त में ठीक हुआ व्यक्ति अब फिर कोरोना संक्रमित, चिंता बढ़ी
'रि-ऑक्करेंस' यानी कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के फिर दोबारा संक्रमित होना

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता।  कोरोना महामारी की दिशा में, दार्जिलिंग व सिलीगुड़ी के निकटवर्ती, पश्चिम बंगाल के पड़ोसी राज्य सिक्किम में एक चिंताजनक मामला सामने आया है। अगस्त महीने में कोरोना संक्रमण का शिकार होने के बाद पूरी तरह ठीक हो चुका एक व्यक्ति अब पुनः कोविड-19 पॉजिटिव हो गया है। यह मामला पश्चिम सिक्किम जिले का है। वहां के डीएम कर्मा आर. बोनपो ने भी इसकी पुष्टि की है। इस चिंतनीय मामले को लेकर उन्होंने लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। 

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इस नई चिंताजनक खबर से सिक्किम के साथ ही साथ दार्जिलिंग व सिलीगुड़ी समेत उत्तर बंगाल के लोगों के भी माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं। वैसे भी दुर्गा पूजा के बाद यहां कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो गई है। दुर्गा पूजा से पहले दार्जिलिंग जिले में औसतन जहां प्रतिदिन 100 के आसपास ही मामले हुआ करते थे वहीं अब औसतन प्रतिदिन डेढ़ सौ से ज्यादा संख्या में नए मामले सामने आने लगे हैं। क ओर कोरोना संक्रमण (कोविड-19) के नए ताजा मामलों में वृद्धि तो दूसरी ओर पुराने रोगी के पुनः संक्रमित हो जाने के मामले ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

यह 'रि-ऑक्करेंस' यानी कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति के फिर दोबारा संक्रमित हो जाने यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऐसे कुछ मामले सिलीगुड़ी व जलपाईगुड़ी से सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस मामलों के विशेषज्ञों का कहना था कि एक बार संक्रमित हुए व्यक्ति का संक्रमण मुक्त होने के मात्र दो-तीन दिन के अंदर फिर से कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाना घोर आश्चर्यजनक मामला है। एक बार संक्रमित हुए व्यक्ति के अंदर जो रक्षा कवच के रूप में एंटीबॉडी विकसित हो जाती है। वह एंटीबॉडी यदि खत्म भी होने लगे तो उसमें कम से कम तीन-चार दिन का समय लगेगा। ऐसे हालात के मद्देनजर तब उक्त मामले में जांच की प्रक्रिया पर भी सवाल उठे थे। कोरोना संबंधित स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोनावायरस के प्रति थोड़ी सी भी लापरवाही काफी महंगी पड़ सकती है। उनका कहना है कि जो कोरोनावायरस के संक्रमण से मुक्त हो गए हैं, उन्हें और भी विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। ऐसे व्यक्तियों को हर हाल में शारीरिक दूरी बनाए रखने, भीड़-भाड़ वाली जगहों से परहेज करने, साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

नाॅर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हाॅस्पिटल (एनबीएमसीएच) के पैथोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर तथा कोविड केयर नेटवर्क के संयोजक डॉक्टर कल्याण खान का कहना है कि कोरोना वायरस के नाम से भयभीत होने की जगह विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। यदि सर्दी जुखाम बुखार समेत अन्य शारीरिक समस्या उत्पन्न हो तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जा कर चिकित्सकीय सलाह लेने से पीछे नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि अब फिर कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच भी अभी लोगों को जिस तरह से सावधानी बरतनी चाहिए, उस तरह से लोग सावधानी नहीं बरत रहे हैं। हर व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते हुए बार-बार अपने आंख, नाक, कान व मुंह को छूने से बचना चाहिए। दिन भर में कम से कम पांच-छह बार साबुन से अच्छी तरह हाथों की सफाई, घर से बाहर निकलने पर मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग एवं सुरक्षित शारीरिक दूरी का अनुपालन हर हाल में करना चाहिए। 


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